ऋषिकेश। भारी ट्रेफिक जाम के बीच आटो चालक की मनमानी एक मजदूर की जिंदगी पर भारी पड़ गई। समय पर उपचार ना मिलने पर एक मेहनतकश मजदूर की सड़क किनारे ही जान चली गई।
घटना बुधवार को ऋषिकेश-हरिद्वार हाइवे पर खैरी खुर्द के सामने अंकित वेडिंग प्वाइंट के पास की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक रायवाला के वैदिक नगर निवासी कमल सिंह शाही (50 वर्ष) पुत्र पदम सिंह की तबियत ठीक नहीं थी। वह अपने छोटे बेटे देव सिंह शाही के साथ श्यामपुर बाईपास पर चिकित्सक को दिखाने जा रहे थे।
देव सिंह शादी ने बताया उनके पिता ने घर पर ही तबियत ठीक नहीं होने पर ब्लडप्रेशर की दवा भी ले ली थी, वह कुछ ठीक लग रहे थे फिर भी ऐतिहातन हम वह चिकित्सक के पास दिखाने जा रहे थे।
उन्होंने घर से शेयरिंग आटो लिया। जैसे ही वह नेपाली फार्म क्रास करके अंकित वेडिंग प्वाइंट के पास पहुंचे, तो वहां जाम लगा हुआ था। आटो चालक ने आगे जाने से मना कर पिता पुत्र को वाहन से उतार दिया।
बीमार व्यक्ति को उनके बेटे देव ने वहीं पेड़ के नीचे छांव में बैठा दिया। कुछ मिनट में उसने देखा उनके हाथ पांव कांपने लगे और वह तड़पने लगे। बेटे ने हाथ पांव की मालिश की। लेकिन बेहोश हो चुके थे।
स्थानीय नागरिकों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और 108 एम्बुलेंस मंगवाकर उसको अस्पताल भिजवाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक कमल पेशे से राजमिस्त्री थे और अपने परिवार के साथ रहते थे।
उधर, इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डा. राजे सिंह नेगी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि श्यामपुर फाटक बंद होने के कारण रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम एवं आटो चालक की लापरवाही के चलते एक गरीब मेहनतकश की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नासूर बन चुकी समस्या के निस्तारण के लिए वह लंबे अर्से से यहां फ्लाईओवर बनाने की मांग करते आ रहे हैं। समस्या का निस्तारण हुआ होता तो शायद इस घटना को टाला जा सकता था।