ऋषिकेश। ऋषिकेश के शिवाजी नगर में स्थित एक डेयरी से दो बंधुआ मजदूरों को प्रशासन की टीम ने मुक्त कराया। दिल्ली के एक एनजीओ ने संबंधित मामले की जिलाधिकारी से ईमेल पर शिकायत की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। डेयरी संचालक के खिलाफ बुधवार को श्रम प्रवर्तन विभाग के माध्यम से कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
दिल्ली की एक गैर सरकारी संस्था द नेशनल कैंपेन कमेटी फार द इराडीकेशन आफ बान्डेड लेबर (एनसीसीइबीएल) ने जिलाधिकारी देहरादून को ईमेल कर यह शिकायत की थी कि शिवाजी नगर स्थित एक डेयरी में सहारनपुर निवासी दो व्यक्तियों को पिछले एक वर्ष से बंधक बनाकर रखा गया है। इस मामले में जिलाधिकारी ने मंगलवार की शाम उप जिलाधिकारी ऋषिकेश को कार्रवाई के निर्देश दिए। उप जिलाधिकारी डा. अपूर्वा सिंह ने बताया कि तहसीलदार डा. अमृता शर्मा के नेतृत्व में विजिलेंस कमेटी गठित की गई, जिसमें बंधुवाश्रम कमेटी के सदस्यों, सहायक श्रम आयुक्त केके गुप्ता और पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया।
मंगलवार देर शाम शिकायत की जांच के लिए टीम को मौके पर भेजा गया। शिवाजी नगर स्थित भोपाल डेयरी का संचालन भोपाल शर्मा करता है। मौके पर दो व्यक्ति काम करते हुए मिले। उपजिलाधिकारी ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों ने टीम को अवगत कराया कि पिछले एक वर्ष से इन दोनों को भोपाल शर्मा ने यहां बंधुआ मजदूर बना कर रखा है।
उन्हें मजदूरी भी नहीं दी जाती है और ना ही उन्हें यहां से बाहर जाने दिया जाता है। उपजिलाधिकारी के मुताबिक मौके से शेरू (50 वर्ष) और अजब सिंह (40 वर्ष) दोनों निवासी बंहेड़ा देवबंद सहारनपुर उत्तर प्रदेश को सकुशल डेरी से निकालकर उप जिलाधिकारी कार्यालय लाया गया। यहां आवश्यक कार्यवाही करने के बाद इन दोनों को इनके घर भेज दिया गया।