ऋषिकेश। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है। लॉकडाउन के कारण शहर, कस्बे हों या गांव सभी जगह शोरगुल कम हो गया है। मानवीय गतिविधियों के थमने से जंगली जानवर भी बेखौफ हो गए हैं। यही वजह है कि इन दिनों उजाले में ही गंगा तटों पर जंगली जीव दिखाई दे रहे हैं।
शनिवार को ऋषिकेश की हृदयस्थली कहे जाने वाले त्रिवेणी घाट के दूसरे छोर पर पांच हाथियों का झुंड पहुंचा हुआ था। राजाजी टाइगर रिवर्ज की गौहरी रेंज के इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथी मौजूद हैं। अक्सर गर्मी के दिनों में रात्रि के समय व सूरज ढलने के बाद जब त्रिवेणी घाट पर मानवीय गतिविधियां कम हो जाती हैं, तब यह हाथी गंगा में पानी पीने के लिए पहुंचते हैं। मगर, इन दिनों त्रिवेणी घाट सहित गंगा तट पर बना आस्था पथ भी सुनसान है। यहां प्रतिदिन मॉर्निंग व इवनिंग वॉक के लिए जाने वाले लोगों की आमद भी बंद है। व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस बल तैनात है।
त्रिवेणी घाट पर भी किसी को स्नान व गंगाजल लेने की इजाजत नहीं है। सायं चार बजे साफ उजाले में ही पांच हाथियों का झुंड त्रिवेणी घाट के ठीक दूसरे छोर पर पहुंच गया। हाथियों ने तसल्ली से यहां पानी पिया और स्नान किया। करीब आधा घंटे का समय गंगा तट पर बिताने के बाद यह झुंड जंगल की ओर चला गया। इससे पूर्व भी कई वन्य जीव तटों पर भरी दोपहरी में में गंगा तटों पर भरी दोपहरी में पानी पीने व नहाने के लिए इनदिनों पहुंच चुके हैं।