ऋषिकेश। तीर्थनगरी में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना की चपेट में आकर अब राफ्टिंग गाइड भी संक्रमित होने लगे हैं। गुरुवार को मुनिकीरेती क्षेत्र में 16 राफ्टिंग गाइड कोरोना संक्रमति मिले। जबकि इससे पूर्व भी चार राफ्टिंग गाइड पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इसके अलावा ढालवाला का एक मरीज रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव निकला है।
टिहरी जिले के फकोट ब्लॉक स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. जगदीशचंद्र जोशी ने बताया कि गुरुवार को 16 राफ्टिंग गाइड कोरोना पॉजिटिव निकले, इससे पहले भी 04 राफ्टिंग गाइड कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।
इसके अलावा कोविड-19 के तहत आरटीपीसीआर के 157 सैंपल लिए गए। 07 सैंपल ट्रूनट और 08 सैंपल रैपिड एंटीजन के लिए गए। रैपिड सैंपल में ढालवाला का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकला। एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में कोविड-19 के 36 आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए।
पर्यटन व्यवसाय पर पड़ेगा असर
25 सितंबर को ऋषिकेश तीर्थनगरी में राफ्टिंग खुलने के बाद से यहां पर्यटन कारोबार ने रफ्तार पकड़ी शुरू की थी। लेकिन अब राफ्टिंग गाइड के लगातार पॉजिटिव पाए जाने के बाद इस व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ना तय है।
राफ्टिंग गाइड अन्य प्रांतों से आने वाले पर्यटकों के संपर्क में आते हैं। जाहिर सी बात है कि वे या ता उनसे संक्रमित हो रहे हैं, या फिर दूसरे पर्यटकों को संक्रमित कर रहे हैं। ऐसे में दोनों को ही खतरा है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए जरूरी है कि इसमें सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा जाए, लेकिन फिलवक्त ऐसा नहीं हो रहा है।
लोग मास्क और सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को कोरोना से बचने के लिए विशेष तौर पर एहतियात बरतनी होगी। क्योंकि पर्यटन की चेन कई व्यवसायों को एक साथ जोड़ती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में होटल इंडस्ट्री से जुड़े दूसरे लोगों की भी सैंपलिंग की जाएगी। ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके।