ऋषिकेश। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक खोने वाले बच्चों को सरकार की ओर से घोषित वात्सल्य योजना सोमवार को ऋषिकेश तहसील क्षेत्र में शुरू की गई। इस योजना के तहत दस लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इन सभी को विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से दस-दस हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की। अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने इस सराहनीय पहल से उस बाल अवस्था को सहारा दिया है, जिसके सामने जीविका और रोजी-रोटी का संकट था।
उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि वात्सल्य योजना के तहत तहसील मुख्यालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने योजना के दस लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। तहसील क्षेत्र में इस योजना के तहत 30 लाभार्थी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शासन की ओर से प्रदत आर्थिक सहायता लाभार्थी के खाते में सीधे जमा की जाएगी।
उन्होंने ये भी बताया कि इस योजना के माध्यम से उन सभी बच्चों की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिनकी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु हो गई हो। इस योजना के माध्यम से प्रतिमाह तीन हजार रूपए की आर्थिक सहायता बच्चे की 21 वर्ष की आयु होने तक भरण-पोषण भत्ता के रूप में प्रदान की जाएगी।
31 मार्च 2022 तक इस योजना के तहत आवेदन किया जा सकता है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पांच लाभार्थियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए इस मौके पर तहसीलदार डा. अर्चना शर्मा, खंड विकास अधिकारी बीएस नेगी, नायब तहसीलदार विजय पाल सिंह चौहान आदि भी मौजूद रहे।