एंबुलेंस में 240 किमी सफर करने के बाद छठे अस्पताल में मिला बेड

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कोरोना के केस बढ़ने पर अस्पतालों की स्थिति बदतर होती जा रही है। मरीजों को आईसीयू एवं वेंटीलेटर बेड नहीं मिल पा रहे हैं। सामान्य बेड को लेकर भी मारामारी है। बेड की जद्दोहद किस तरह की है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टिहरी गढ़वाल के घनसाली के एक मरीज को 240 किमी एंबुलेंस में सफर के बाद छठे अस्पताल में वेंटीलेटर बेड मिल सका।  टिहरी के घनसाली के एक मरीज को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। वहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। करीब तीन बजे वह एम्स ऋषिकेश पहुंचे। लेकिन यहां बेड नहीं मिल सका। इसके बाद दून के हरिद्वार बाईपास, पटेलनगर, एमकेपी रोड स्थित निजी अस्पतालों एवं दून अस्पताल में डेढ़ से दो घंटे तक चक्कर काटते रहे। लेकिन हर जगह निराशा हाथ लगी। एक परिचित हेल्थ केयर वर्कर लगातार अस्पतालों में अपडेट लेता रहा, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। बहुत कोशिशों के बाद करीब दो घंटे बाद बल्लुपुर चौक के पास एक अस्पताल में वेंटीलेटर बेड मिल सका।हरिद्वार बाईपास स्थित एक अस्पताल में जब मरीज पहुंचा तो यहां पर पहले से एक एंबुलेंस में मरीज वेटिंग में लेटा हुआ था। उनको वेंटीलेटर या आईसीयू खाली होने का इंतजार था। इसी तरह का इंतजार हर अस्पताल में वर्तमान की कठिन परिस्थितियों में मरीजों को करना पड़ रहा है। दून अस्पताल के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना का कहना है कि उनके पास वेंटीलेटर एवं आईसीयू बेड की कमी है, क्योंकि करीब 70 मरीज तो भर्ती है ही आईसीयू में। इसके अलावा कई मरीज ऑक्सीजन पर भी हैं। उन्हें कब आईसीयू की जरूरत पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता। इसीलिए मरीजों को दिक्कत पेश आ रही हंै। बेड बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। देहरादून में कोरोना संक्रमण के मामलों ने रविवार को फिर रिकार्ड तोड़ दिया। दून जिले में रविवार को रिकार्ड 1281 लोग संक्रमित पाए गये हैं। वहीं 12 लोगों की मौत हुई है। जिले में संक्रमण दर 20.27 पर पहुंच गई है, जो सर्वाधिक है। स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक जिले में अब तक 41254 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिनमें से 7342 केस अभी सक्रिय है। रविवार को जिले में कुल 6319 जांच कराई गई है। जिले में रविवार को 11 लोगों की मौत विभिन्न अस्पतालों में हुई है। अब तक जिले में 1067 लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को भी जिले में रिकार्ड 1179 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, 14 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। पोल खोल रहे लोग :दून में अस्पतालों में बेड और दवाओं के न मिलने की वजह से परेशान हो रहे लोगों की पीड़ा सोशल मीडिया पर भी उठाई जा रही है। लोग सरकार, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं की खूब पोल खोल रहे हैं।

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