देहरादून। कोविड की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को सबसे अधिक खतरा बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों की इस पर चेतावनी के बाद अस्पतालों में बच्चों के लिए बेड और वार्ड तैयार किए जा रहे हैं, वहीं उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा की तैयारी में जुटे विभाग की ओर से एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए वैक्सीनेशन के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाईस्कूल की परीक्षा को जहां निरस्त किया जा चुका है। वहीं 12वीं की परीक्षा स्थगित है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक स्थगित परीक्षा को कराया जा सके इसके लिए जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। बहुविकल्पीय (एमसीक्यू) आधार के साथ ही परंपरागत तरीके से परीक्षा कराए जाने पर विचार किया जा रहा है।
परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही कोविड गाइड लाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा लेकिन परीक्षा से पहले परीक्षा में बैठने वाले एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को कोविड वैक्सीन लगाया जाना संभव नहीं है।