एनसीसी और एनएसएस से जुड़े छात्रों ने जरूरतमंदों की मदद को किया स्वैच्छिक रक्तदान

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देहरादून राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एनसीसी और एनएसएस से जुड़े छात्रों ने जरूरतमंदों के लिए स्वैच्छिक रक्तदान किया।

राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को हिमालयन हॉस्पिटल जौली ग्रांट के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारंभ रूसा के परियोजना निदेशक आनंद उनियाल ने किया। उन्होंने कहा कि वास्तव में ज्ञान और रक्तदान दोनों बाटने से बढ़ता है। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक रक्तदान पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध लगा दिया है। दूसरे प्रकार का डोनर रिप्लेसमेंट डोनर होता है जो अपने किसी संबंधी को रक्त की आवश्यकता होने पर रक्त देता है, जबकि तीसरी श्रेणी का रक्तदाता स्वैक्षिक रक्तदाता होता है। 

उन्होंने बताया कि रक्तदान से खुद की भी सुरक्षा है और दूसरों को भी जीवनदान दिया जाता है। रक्तदान शरीर की सर्विसिंगन की तरह है, जिसे लगातार कराते रहना चाहिए, क्योकि रक्तदान में सिफलिस, मलेरिया, हिपेटासिटिस बी, एड्स आदि बीमारियों की निश्शुल्क जांच हो जाती है। कार्यक्रम संचालक डॉ. दयाधर दीक्षित ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति स्वार्थ से ऊपर उठने की प्रेरणा देता है और रक्तदान उसी का एक उत्तम उदाहरण है। 

इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत, एनसीसी के कैप्टन सतेंद्र कुमार, डॉ. ऋतु कश्यप, डॉ. शकुंज राजपूत, डॉ. किरन जोशी, बीएमएलटी के कोऑर्डिनेटर डॉ. गुलशन कुमार ढींगरा, विजेंद्र लिंगवाल, डॉ. अजय उनियाल, हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के पीआरओ पीके जोशी आदि उपस्थित रहे।

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