ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (एम्स) में तैनात प्रशासन से जुड़े एक बड़े अधिकारी के खिलाफ बिहार के सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और सेनाध्यक्ष को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। आरोप है कि इस अधिकारी ने यहां तैनात एक कर्मचारी की पत्नी से मोबाइल छीन कर उसकी व्यक्तिगत फोटो देखी। एम्स प्रशासन ने आरोप को बेबुनियाद बताया है।
बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
लोकसभा में अररिया बिहार से सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, थल सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे को पत्र लिखकर ऋषिकेश में तैनात प्रशासन से जुड़े एक बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पत्र में सांसद ने लिखा है कि एम्स में तैनात इस अधिकारी की ओर से महत्वपूर्ण संस्थान की गरिमा के विपरीत आचरण किया जा रहा है। इस अधिकारी ने यहां काम करने वाले एक कर्मचारी व उसकी पत्नी के साथ गलत व्यवहार किया। कर्मचारी की पत्नी का मोबाइल छीनकर उसके व्यक्तिगत तस्वीरें इस अधिकारी ने देखी।
दुराग्रह से ग्रसित होकर लिखवाए जा रहे पत्र
दूसरी ओर एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि यहां तैनात एक आउटसोर्स कर्मचारी की सेवाएं समाप्त हो गई है। यह कर्मचारी अपनी पत्नी के साथ अनाधिकृत रूप से अतिथि गृह में रह रहा था। जिसे एम्स प्रशासन की ओर से अतिथि गृह खाली करने को कहा गया।
इसके बाद दुराग्रह से ग्रसित होकर इस व्यक्ति की ओर से इस तरह से पत्र लिखवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में एम्स प्रशासन किसी भी तरह की जांच का सामना करने को तैयार है।