सावधान.. साइबर ठगों के निशाने पर अब आपके मासूम भी हैं। साइबर ठग पढ़ाई के दौरान मोबाइल पर एसएमएस भेज रहे हैं। इसके बाद बच्चों से शिक्षक बनकर मोबाइल में भेजा गया ओटीपी पूछ रहे हैं। जाने-अनजाने में बच्चे शिक्षक बन ओटीपी मांगने वाले साइबर ठगों के शिकार हो रहे हैं। महानगर क्षेत्र में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं।
कोरोना महामारी में बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है। इसके लिए अभिभावकों के स्मार्ट फोन भी ज्यादातर बच्चों के हाथ में रहते हैं। इस मौके का फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं। वे फोन पर तरह-तरह के मैसेज भेजकर बच्चों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। कभी फ्री पिज्जा तो कभी बर्गर देने के नाम पर लिंक पर डाउनलोड कराते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही खाते से रकम साफ हो जाती है।
ऐेसे करें बचाव
– बच्चों को मोबाइल देने के बाद उसमें पेरेंटिग कंट्रोल ऑन कर दें।
– जो मोबाइल बच्चों को दें, उसे ऑनलाइन पेमेंट के लिए इस्तेमाल न करें।
– बच्चों को साइबर ठगों से अलर्ट रहने के लिए जागरूक करें।
– किसी अंजान नंबर से आने वाली कॉल को न उठाएं।
– बैंक, एटीएम और आधार की डिटेल फोन पर किसी को न दें।
– किसी भी प्रकार के फ्री ऑफर, लाटरी या इनाम के झांसे में न आएं।
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इन दिनों साइबर ठगी के कई मामले ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को जागरूक ही नहीं, अभिभावक को भी जागरूक होना होगा। यह सबसे बेहतर और प्रभावशाली उपाय है। इसके अलावा अकारण किसी लिंक पर न जाएं और न सर्च करें। जब भी बच्चे पढ़ाई करें, उनके सामने रहकर निगरानी अवश्य करें।