गुरुवार को पहाड़ी इलाकों में मौसम ने करवट बदली और यमुनोत्री धाम के आसपास पहाड़ियों की ऊंची चोटियों पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई। यमुनोत्री धाम के आसपास कालिंदी पर्वत, सप्त ऋषिकुंड, गरुणगंगा आदि चोटियों पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई।यमुनोत्री धाम के पुजारी आशुतोष उनियाल ने बताया कि पिछले दो दिनों से यमुनोत्री धाम में रुकरुक कर बारिश हो रही है। जिसके चलते यहां तापमान में काफी गिरावट आ गई है। धाम के आसपास पहाड़ियों पर बुधवार देर रात से बृहस्पतिवार सुबह तक बर्फबारी हुई। इससे पहले बदरीनाथ, केदारनाथ और मुन्सयारी में भी सीजन का पहला हिमपात हो चुका है।
हल्की से मध्यम बारिश के आसार
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित अधिकतर इलाकों में आज गुरुवार को भी मौसम खराब बना हुआ है। वहीं मसूरी में देर रात से हो रही बारिश सुबह रुक गई है। यहां मौसम सुहावना बना हुआ है। हरिद्वार में मौसम साफ है। मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। जहां तक राजधानी दून का सवाल है तो दून में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। तेज बारिश की संभावना भी मौसम विज्ञानियों ने जताई है।
मलबा आने से प्रदेश में 69 मार्ग बंद
प्रदेश में बारिश के बाद जगह-जगह मलबा आने से 69 मार्ग बंद हैं। जबकि पांच से सात सितबंर के बीच देहरादून, टिहरी और पौड़ी सहित कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक पिथौरागढ़ में 17 मार्ग बंद हैं। उत्तरकाशी में तीन, देहरादून में तीन, चमोली में 22, पौड़ी में तीन, टिहरी में पांच, बागेश्वर में सात, अल्मोड़ा में चार और चंपावत में पांच मार्ग बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक चार सितंबर को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ आकाशीय बिजली चमकने एवं तीव्र बौछार की संभावना है। जबकि पांच से सात सितंबर तक देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर एवं पिथौरागढ़ में तीव्र बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।