कोटद्वार। प्रदेश के आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कम हो गई है। लेकिन, लापरवाही भारी पड़ सकती है। कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में आक्सीजन सुविधा से लैस पांच-पांच बेड लगाए जाएंगे। साथ ही कोटद्वार क्षेत्र के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेस चिकित्सालय से संबद्ध किया जा रहा है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में भी दस-दस आक्सीजन से लैस बेड भी लगाए जाएंगे।
गुरुवार को अपने आवास में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. रावत ने नगर निगम के पार्षदों को आयुष किट वितरित किए। उन्होंने पार्षदों से अधिक से अधिक संख्या में आमजन तक इन आयुष किट को पहुंचाने की अपील की। कहा कि अगले एक-दो दिनों में आयुष-64 का भी वितरण शुरू कर दिया जाएगा। बताया कि आयुर्वेदिक शोध संस्थान की ओर से क्लीनिकल ट्रायल के बाद आयुष-64 को जनता में वितरित किया जा रहा है। बताया कि यह दवा कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों पर कारगर साबित हुई है। कोरोना काल के दौरान किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने उस प्रत्येक व्यक्ति की मदद करने का प्रयास किया, जिसने उनसे मदद मांगी। इतना ही नहीं, अपने अधीन विभिन्न विभागों में भी तमाम ऐसे निर्णय लिए, जिनका सीधा फायदा जनता को हो। कहा कि कोरोना की लहर कम अवश्य हुई है, लेकिन यदि लापरवाही बरती तो पुन: खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
और भावुक हो उठे हरक
कार्यक्रम के दौरान डॉ. रावत कोरोना काल के दौरान जीवन गंवाने वालों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। कहा कि उन्होंने कई आपदाएं देखी, लेकिन यह पहला मौका था, जब किसी को अपने सामने दम तोड़ते देखा। कहा कि उन्होंने कोरोना के दौरान जो भी कार्य किए, वे आत्मसंतुष्टि के लिए किए। कार्यक्रम के उपरांत कोरोना में जीवन गंवाने वालों की आत्मा की शांति को दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि भी दी गई।