भाजपा में नाराज चल रहे विधायकों को अपने पाले में करने की कांग्रेस कोशिश में जुटी है और दावा कर रही है कि भाजपा के विधायक उनके सम्पर्क में हैं पर भाजपा चुके से एक नए मिशन में लग गयी है पहले अप्रत्याशित तरिके से निर्दलीय विधायक प्रीतम पवांर को अपने खेमे में कर लिया और अब मिशन कांग्रेस विधायक पर लग गयी है.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के एक वर्तमान विधायक और एक पूर्व विधायक भाजपा के पाले में आने की तैयारी में हैं।
क्या कहा हरीश रावत ने
आज कांग्रेस चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे हरीश रावत ने शोशल मिडिया पर भाजपा और संघ सहित उनकी सरकार के समय कांग्रेस से भाजपा में गए विधायकों पर भी निशाना साधा। हरीश रावत ने लिखा है कि आज तो सिर्फ भाजपा के अनुशासन और संघ की शिक्षा की धज्जियां उड़ रही हैं कल को कुछ खाँटी के भाजपाई और संघी सब खून के आँसू रोएँगे। हरीश रावत ने दल-बदलुओं पर भी हमला बोलते हुए कहा है कि दो-तीन बाग़ियों को छोड़कर अधिकांश ने धन व पद के लालच में दलबदल किया जो सामाजिक और राजनीतिक अपराध के साथ-साथ संसदीय लोकतंत्र पर कलंक है। पूर्व सीएम रावत ने कहा कि ऐसा अपराध जिस दल के साथ होता है वह एक बार रोता है पर जहां दलबदलू जाते हैं वह दल कई-कई बार रोता है और भाजपाई आज रो रहे हैं।
क्या है हरीश रावत के बयान के मायने
हरीश रावत के इस ब्यान के कई मायने है एक तो हरीश रावत नहीं चाहते कि उनकी सरकार की नैया डुबोने वाले विधायकों की फिर से पार्टी में एंट्री हो और दूसरा सिर्फ दो तीन विधायकों को अपने जरिये पार्टी में शामिल करने के मूड में हैं और वो उनके लिए खिड़की खुली रखना चाहते हैं.पर उल्टा बीजेपी के खेमे से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है,सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पर फिर दलबदल का खतरा मंडरा रहा है,जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के एक वर्तमान विधायक और एक पूर्व विधायक की भाजपा में एंट्री हो सकती है,अगर ऐसा होता है तो भाजपा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका और मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने में कामयाब हो सकती है।
ये विधायक हो सकते हैं भाजपा में शामिल
कांग्रेस बीजेपी में टूट का सपना संजोये हुई है तो उधर निर्दलीय से लेकर कांग्रेस के विधायकों पे भाजापा नजर लगाए हुई है। इस कड़ी की शुरुवात भाजपा निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार के भाजपा ज्वाइन करा कर कर चुकी है,जानकारी के अनुसार भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिहं कैड़ा भाजपा का दामन थाम सकते हैं तो इससे भी बड़ी खबर ये है कि देहरादून से एक सिटिंग विधायक भी भाजपा के सम्पर्क में है औऱ उनकी भाजपा से ये शर्त है कि उनको देहरादून की ही एक सीट से टिकट दिया जाय जिस सीट से अभी भाजपा के ही एक विधायक है। अगर पार्टी इस पर सामंजस्य बना लेती है तो उनकी भाजपा में एंट्री लगभग फाइनल है।इसके साथ ही गढ़वाल क्षेत्र से भी कांग्रेस के एक पूर्व विधायक भाजपा के सम्पर्क में है।इसके अलावा विजयपाल सजवाण का नाम भी सामने आ रहा है।अब देखना होगा कि आने वाले समय मे ऊंट किस करवट लेता है।
मनोवैज्ञानिक बढ़त की कोशिश
चुनाव से पहले जिस तरह की उठापटक का दौर उत्तराखण्ड की राजनीति में देखने को मिल रहा है उसका आने वाले विधानसभा चुनाव पर क्या असर पड़ेगा ये तो समय बताएगा पर चुनाव से पहले कांग्रेस और निर्दलीयों को अपने पाले में कर भाजपा बढ़त बनाने के साथ कांग्रेस के कमजोर होने का सबूत पेश करने में जुट गई है।