जनपद के प्रेक्षागृह में आयोजित कांग्रेस सम्मेलन में सोमवार को दो दिग्गज सीएम चेहरे को लेकर आमने-सामने आ गए. यह घमासान प्रेक्षागृह से लेकर सड़को तक पहुंचा. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सही बताते हुए उनके चेहरे पे चुनाव लड़ने की बात कही, जिस पर प्रदेश महासचिव राजेंद्र शाह ने कड़ा एतराज जताया.
उनका व्यक्तिगत मत- गणेश गोदियाल
गणेश गोदियाल का कहना था कि उनका व्यक्तिगत मत है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चेहरे पर चुनाव लड़ना चाहिए, जो प्रदेश के दिग्गज नेता है. जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को आज भी मजबूत किया हुआ है, और आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मजबूती से जीत दिलाने में सफल हो सकते हैं.
गणेश गोदियाल के बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए प्रदेश महासचिव राजेंद्र शाह ने कहा कि सीएम का चेहरा निर्धारित करना हाईकमान का कार्य है. यह मंच इस इस बात पर चर्चा करने के लिए उचित नहीं है. शाह की इस बात पर कई कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए और शाह के साथ बहस करने लगे. मामला इतना बढ़ा कि बैठक में मौजूद वरिष्ठ नेता उठ कर चले गए, लेकिन कार्यकर्ता उनके पीछे सड़क तक आ गए. सड़क पर भी कुछ देर कार्यकर्ताओं के बीच विवाद चलता रहा. हालांकि, बाद में वरिष्ठ नेताओं के चले जाने पर मामला शांत हो गया.
वहीं, इलेक्शन कोऑर्डिनेटर मनीष खंडूड़ी ने बताया कि लोकतंत्र में सभी को अपने विचार रखने का अधिकार है और आज आयोजित हुए सम्मेलन में भी कुछ लोगों ने अपने-अपने विचार रखें. जिसको लेकर कुछ लोग नाराज जरूर नजर आए, लेकिन उनकी पार्टी में सभी लोगों को अपने अपने विचार प्रस्तुत करने का पूरा अधिकार है. सभी कार्यकर्ताओं ने अपना पक्ष रखा है समय आने पर मुख्यमंत्री का चेहरा भी पार्टी हाईकमान की ओर से निर्धारित कर दिया जाएगा