ऋषिकेश: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड में सभी सरकारों के कार्यकाल में हुई भर्तियों की जांच उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में सीबीआइ की ओर से की जानी चाहिए। इस मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस सड़क पर उतरेगी।
उन्होंने शहरी विकास मंत्री और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पर बैक डोर से चाहतों को विधानसभा में नियुक्तियां दिलाने का आरोप लगाया। ऋषिकेश आगमन पर हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में बातचीत में कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने कहा कि निश्चित रूप से प्रदेश के भीतर भर्तियों में जितने भी घोटाले हुए हैं, उसमें सरकार में बैठे बड़े लोग का संरक्षण रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री इस मामले में अपने मंत्रियों को बचा रहे हैं। यूकेएससएसएससी मामले में एसटीएफ की ओर से की जा रही कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हम इससे संतुष्ट नहीं है। क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर प्रश्न पत्र करोड़ों रुपये में बेचा गया, इसमें संलिप्त छोटे लोग को पकड़ा जा रहा है, अच्छी बात है। निश्चित रूप से इसमें बड़े लोग शामिल हैं। जिन तक सरकार नहीं पहुंचना चाहती है। सरकार के इस कदम को तब सही मानेंगे जब बड़े लोग गिरफ्त में होंगे।
विधानसभा में नियुक्ति घोटाले से संबंधित मामले में कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष गोदियाल ने कहा कि अब तक की सरकारों में विधानसभा अध्यक्ष किसी भी पार्टी से संबंधित क्यों ना हो सब की जांच होनी चाहिए। जहां तक हमारी जानकारी में है गोविंद सिंह कुंजवाल जब अध्यक्ष थे तो नियुक्तियों का मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचा था।
सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में भर्तियों को सही पाया था। हम न्याय व्यवस्था से ऊपर नहीं है, उस वक्त भर्तियों की विधिवत प्रक्रिया अपनाई गई थी। ऋषिकेश विधायक और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर हमला बोलते हुए गणेश गोदियाल ने कहा कि ऐसे मंत्रियों ने उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि तीर्थ नगरी को भी शर्मसार किया है।
आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले दरवाजे से अपने चहेतों और अपात्र लोगों को फायदा पहुंचाया है। परिवारवाद से मुक्ति और जीरो टालरेंस का राग अलापने वाली भाजपा अब तक इस मामले में कड़े कदम उठाने से डर रही है।
इस मौके पर एआइसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, प्रदेश उपाध्यक्ष राज्यपाल खरोला, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय, जिलाध्यक्ष मरवा दून अश्वनी बहुगुणा, कांग्रेस पार्षद दल नेता मनीष शर्मा प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, मनोज गुसाईं, ललित मोहन मिश्र, रवि जैन आदि मौजूद रहे।