देहरादून। कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को निराशाजनक करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने शाह के दावे को खारिज करते हुए कहा कि चेतावनी के बावजूद राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने को व्यवस्था नहीं की।
हरीश रावत ने कहा कि गृह मंत्री शाह ने राज्य सरकार को 36 घंटे पहले चेतावनी देने की बात कही है। प्रलय जैसी स्थिति के उत्तराखंड पर कहर ढाने की सूचना के बावजूद रुद्रपुर-हल्द्वानी से लेकर सभी शहरों में ड्रेनेज सिस्टम फेल रहा। सरकार ने स्थिति से निपटने की पुख्ता व्यवस्था नहीं की। दो स्थानों पर बचाव दल पुल टूटने की वजह से पहुुंच नहीं पाया। एनडीआरएफ बहुत विलंब से पहुंच पाई। ट्रैकिंग रूट पर फंसे लोग
उन्होंने कहा कि ट्रैकर्स लापता हैं। पिंडारी से लेकर दूसरे ट्रैकिंग रूट में लोग फंसे पड़े हैं। तथ्य यह है कि बारिश थमने के लगभग 48 घंटे बाद भी फंसे हुए ट्रैकर्स को रेस्क्यू नहीं किया जा सका है।
शाह का दौरा सिर्फ सैर-सपाटा: गोदियाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि शाह का दौरा निराशाजनक रहा। उनका दौरा सिर्फ पर्यटन सैर-सपाटा साबित हुआ है। जनता को उम्मीद थी कि गृहमंत्री आपदा प्रभावितों के घावों पर मरहम लगाएंगे। पैकेज की घोषणा न होने से यह जाहिर हो गया कि भाजपा की सरकारों को राज्य से लेना-देना नहीं है। 400 से अधिक अति संवेदनशील गांव लगातार विस्थापन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने नुकसान की भरपाई को 10 हजार करोड़ का विशेष आर्थिक पैकेज स्वीकृत करने की मांग की।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के तीन दिनी दौरे पर रवाना हुई कमेटी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कुमाऊं मंडल के विभिन्न क्षेत्रों में आपदा के कारण जानमाल के नुकसान का आकलन व प्रभावित परिवारों से मुलाकात को कमेटी गठित की है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा एवं पूर्व विधायक संजीव आर्य शामिल हैं। कमेटी ने आज से तीन दिनी दौरा प्रारंभ किया है। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि कमेटी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। आपदा प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की जाएगी।