ऋषिकेश। कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को लेकर उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है। कांवड़ यात्रा में इस बार बिना साइलेंसर वाली दोपहिया वाहनों पर पाबंदी लगायी है। पुलिस प्रशासन का दावा है कि ऐसे दुपहिया वाहनों को जनपद में चैकिंग कर रोका जा रहा है। श्री नीलकंठ कांवड़ मेला आरम्भ होने से वर्तमान तक 16 दोपहिया वाहनों के चालान किये गये।
वर्तमान में श्री नीलकंठ कांवड़ मेला यात्रा में पैदल एवं वाहनों से काफी संख्या में कांवड़ यात्री यात्रा पर आ रहे हैं। जिनमें से कई कांवड़ यात्री दुपहिया वाहनों में बिना साइलेंसर लगाये यात्रा में आ रहे हैं।
बिना साइलेंसर मॉडिफाइड बाइक पर होगी कार्रवाई
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने यात्रा से पूर्व ही कांवड़ यात्रा को सुगमता और सुरक्षित तरीके से सम्पन्न कराने हेतु उत्तराखंड पुलिस की प्राथमिकता बताया था। उन्होंने बिना साइलेंसर मॉडिफाइड बाइक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। ऐसी बाइक के कारण ध्वनि प्रदूषण होने से पैदल चलने वाले यात्री हड़बड़ा जाते हैं।
जो कावड़ यात्री दोपहिया वाहनों में बिना साइलेंसर लगाये श्री नीलकंठ मंदिर दर्शन करने उत्तराखंड आयेंगे, उन पर नियमानुसार मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्यवाही करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने सख्त आदेश दिए थे।
16 कांवड़ियों के खिलाफ हुई कार्रवाई
इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे के निर्देशन में पौड़ी पुलिस ने श्री नीलकंठ कांवड़ यात्रा के दौरान बिना साइलेंसर लगाये 16 कांवड़ियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए यात्रा पर आने वाले अन्य कांवड़ियों को भी दोषपूर्ण साइलेंसर वाली मोटरसाइकिल से यात्रा न करने हेतु जागरूक किया गया।