देहरादून। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य आज भाजपा में शामिल होंगी। वे भाजपा दफ्तर पहुंच गई हैं। सरिता यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में आने से नाराज है। वे नैनीताल सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। हाल ही में भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से उन्होंने मुलाकात भी की थी।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दलबदल तेज होने लगा है। एक ओर जहां हरक सिंह रावत दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस का एक बड़ा चेहरा सरिता आर्य देहरादून में भाजपा में शामिल हो सकती हैं। सरिता आर्य का साफ कहना था कि अगर उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिलता है तो वे भाजपा में शामिल हो जाएंगी।
दरअसल, कांग्रेस में टिकटों को अंतिम रूप दिए जाने की कवायद के साथ ही असंतोष मुखर होने लगा। टिकट कटने की जानकारी मिलने पर सरिता आर्य ने विद्रोही तेवर अपनाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए थे। शुक्रवार देर रात्रि उन्होंने भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि टिकट मिला तो उन्हें भाजपा में जाने से गुरेज नहीं होगा।
सरिता आर्य कुमाऊं मंडल में नैनीताल सुरक्षित सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई थीं। 2017 के चुनाव में वह हार गईं थीं। सरिता आर्य वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं। नैनीताल से टिकट कटने से सरिता आर्य नाराज चल रहीं थी। चुनाव के मौके उनकी नाराजगी से पार्टी के माथे पर बल पड़े रहे।