देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं उत्तराखंड कोरोना से अछूता नहीं है और यहां पर मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में सरकार के सामने चुनौती है और इसी चुनौती से निपटने के लिए अब उत्तराखंड राज्य पूरी तरह से तैयार है और बस अब इंतजार है तो सिर्फ वैक्सीन आने का।विपक्ष को सरकार की इस बात पर भरोसा नही हो रहा और वो चाहती है कि सरकार पहले खुद अपने मंत्रिमंडल औऱ पार्टी के लोगों पर इसका टीका लगाये क्योकि इसकी प्रमाणिकता पर भरोसा करना अभी मुश्किल है।वैश्विक महामारी कोरोनावायरस कोविड-19 के उत्तराखंड में भी व्यापक प्रभाव और लोगों के रोजाना जान लेने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लिहाजा ऐसे में हर कोई इस वायरस की वैक्सीन के बारे में इंतजार कर रहा है केंद्र सरकार भी लगातार कोरोनावायरस की वैक्सीन के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए साल के प्रथम तिमाही में कोरोना वायरस की वैक्सीन लाए जाने का दावा कर रही है जिसको देखते हुवे उत्तराखंड सरकार ने वैक्सीन के लगाए जाने को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी है सरकार द्वारा प्रथम चरण में 2400000 यानी राज्य की आबादी का 20% लोगों को कोरोनावायरस से बचाव की वैक्सीन दिए जाने की तैयारियां की हैं।बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में भी कोविड-19 नेशन की योजना का प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें इस बात की जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य महकमे द्वारा 24 लाख लोगों को टीकाकरण करने की तैयारियां पूरी कर ली गई है इसके अलावा वैक्सीन की कोल्ड चैन और जरूरी आवश्यकताओं के लिए भी तैयारियां की जा रही है स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले फेज में 94000 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोनावायरस की वैक्सीन मिलेगी इसके बाद दूसरे फेस में बाकी लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
कॅरोना वेक्सीन वितरण की तैयारी में सरकार,विपक्ष का वार पहले मंत्रियो पर हो प्रयोग
कोरोना वैक्सीन को लेकर उत्तराखंड में सियासत भी शुरू हो गयी है इस पर विपक्ष कांग्रेस ने सरकार को दो टूक कह दिया।कांग्रेस ने कोरोना वैक्सीन को लेकर माँग उठाई कि पहले मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल और भाजपा के पदाधिकारियों को कोरोना वैक्सीन लगे क्योकि हरियाणा जैसी बेअसर साबित ना हो जाए।
सरकार की जुमलेबाजी पर विश्वास नहीं है ।मुख्यमंत्री ने 25हज़ार तक कोरोना संक्रमितों का जिक्र किया था लेकिन 80 हज़ार के पार पहुंच चुका है अब तक का आंकड़ा,ऐसे में सरकार पर भरोसा कैसे करेें।