देहरादून। केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्रालय में सलाहकार सदस्य बनवाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपी ने खुद को राज्यमंत्री बताया था। आरोप यह भी है कि अब आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मामले में आरोपी दंपती और उनके ड्राइवर के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता अवनीश कौशिक निवासी लोहियापुरम, एमडीडीए कॉलोनी, त्यागी रोड देहरादून ने कोर्ट को शिकायत की थी। इसके बाद कौशल कुमार निवासी शिवालिक नगर बीएचईएल हरिद्वार उनकी पत्नी संगीता और ड्राइवर राममूर्ति शुक्ला निवासी हरिद्वार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अवनीश कौशिक का कहना है कि साल 2019 में ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले अपने दोस्त रवि के जरिए कौशल कुमार से मिले।
कौशल कुमार ने उनको बताया कि वह हरिद्वार के ही रहने वाले हैं। कई फैक्ट्रियों के मालिक और उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय में भारत सरकार की ओर से राज्यमंत्री है। इसके बाद कई महीनों तक मुलाकात होती रही। आरोप है कि कौशल कुमार ने अवनीश कौशिक से कहा कि वह उनको उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सलाहकार सदस्य बनवा सकता है।
विश्वास दिलाया कि वह राज्यमंत्री है और इतनी पावर है कि किसी भी पद पर नियुक्ति कर सकता है। इन बातों पर विश्वास कर बायोडाटा, पैन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो सहित अन्य दस्तावेज दे दिए। इस काम में 15 लाख रुपये का खर्चा बताया। छह जनवरी 2020 को पांच लाख रुपये लेने के बाद विभाग के लेटर हैड पर रसीद तैयार कर दी गई। अवनीश कौशिक ने बताया कि उनका बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर का काम है।
राजनीति से उनका कोई वास्ता नहीं रहा है। कौशल कुमार ने कई मंत्रियों से भी मिलवाया। कौशल कुमार की पत्नी संगीता और ड्राइवर राममूर्ति भी कई बार उनके घर आए और विश्वास दिलाते हुए षड़यंत्र के तहत पूरी रकम देने का दबाव बनाया गया।
सदस्यता के बारे में पूछा गया तो फाइल विभाग में होने की बात कही गई। 18 जुलाई 2019 को पांच लाख रुपये और दिए गए, लेकिन आज तक न तो मंत्रालय में किसी प्रकार का सलाहकार बनाया गया और न ही पैसे वापस किए गए। पैसा मांगने पर धमकाते हुए अपनी पावर का हवाला देकर झूठे मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी दी जा रही है।