केदारनाथ में राहुल गांधी ने इस खास रूम में ठहरने की जताई इच्छा, जानें क्या हैं कारण

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देहरादून। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तीन दिवसीय केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ मंदिर के समीप ही ठहरेंगे। उनकी इच्छा के अनुरूप ठहरने के लिए ऐसे कक्ष का प्रबंध किया गया है, जिससे मंदिर के दर्शन होते रहें। उधर, राहुल की इस यात्रा से उत्तराखंड में भी कांग्रेस को नई ऊर्जा मिलेगी।

यद्यपि, राहुल ने अपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रदेश के कांग्रेस नेताओं से दूरी बनाई है, लेकिन प्रदेश संगठन इस यात्रा से उत्साहित है और इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाल ही में पिथौरागढ़-अल्मोड़ा दौरे के जवाब के रूप में देख रहा है। राहुल केदारनाथ में भक्ति और सेवा की गहन अनुभूति करने की भाव से पहुंचे हैं।

केदारनाथ में राहुल गांधी के लिए आवश्यक व्यवस्था की देखरेख से जुड़े कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष की इच्छा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी केदारनाथ मंदिर के समीप ही ऐसा कक्ष चाहते थे, जिससे मंदिर के दर्शन होते रहें। ऐसे ही कक्ष की उनके लिए व्यवस्था की गई है।

उधर, राहुल की यात्रा से प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं में भी उमंग है। राहुल ने केदारनाथ यात्रा से पहले उत्तराखंड में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की स्वाभिमान यात्रा में भाग लेने का आश्वासन दिया था।

उन्हें सितंबर या अक्टूबर में इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए समय देना था। बाद में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्तता के चलते उनका यह कार्यक्रम निर्धारित नहीं किया जा सका।

अब उनकी केदारनाथ की यात्रा भले ही निजी है, लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थ भी हैं। राहुल की भांति ही प्रदेश के दिग्गज नेता साफ्ट हिंदुत्व की रणनीति पर आगे बढ़ते रहे हैं। राहुल के नए तेवरों को लेकर प्रदेश संगठन की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं।

16 जून, वर्ष 2013 को केदारनाथ आपदा आने के लगभग दो वर्ष बाद अप्रैल, 2015 में राहुल गांधी पैदल केदारनाथ पहुंचे थे। तब आपदा के बाद पहली बार केदारनाथ यात्रा प्रारंभ हुई थी।

अब राहुल रविवार को तीन दिनी निजी यात्रा पर पहुंचे हैं। निजी आध्यात्मिक यात्रा के कारण प्रदेश के पार्टी नेताओं को इससे दूर रहने को कहा गया है। कुछ वरिष्ठ नेता ही इस यात्रा के दौरान केदारनाथ में रहेंगे, लेकिन उन पर व्यवस्था से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि राहुल गांधी का दृष्टिकोण मानवतावादी है।

केदारनाथ यात्रा से उनका यह दृष्टिकोण देश और प्रदेश में और अधिक स्पष्ट होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत तमाम नेताओं ने राहुल गांधी के केदारनाथ यात्रा को लेकर इंटरनेट मीडिया पर अपनी खुशी व्यक्त की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वर्ष 2015 में राहुल की केदारनाथ यात्रा का फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया।

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