देहरादून : इस बार कामनवेल्थ गेम्स में भारत ने 61 मेडल जीतकर चौथा स्थान हासिल किया है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
बैडमिंटन ने लक्ष्य सेन ने गोल्ड जीता तो वहीं किक्रेट में स्नेह राणा ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। भारतीय महिला किक्रेट टीम ने सिल्वर मेडल प्राप्त किया। महिला हाकी में वंदना कटारिया ने कमाल दिखाया।
परिजनों व रिश्तेदारों ने स्नेह का जोरदार स्वागत किया
इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर स्नेह राणा देहरादून लौट आईं। इस दौरान उनका भव्य स्वागत हुआ। स्नेह राणा कामनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीतने के बाद देहरादून स्थित अपने घर पहुंचीं। यहां उनके परिजनों व रिश्तेदारों ने स्नेह की उपलब्धि के लिए जोरदार स्वागत किया।
पहली बार महिला क्रिकेट को कामनवेल्थ गेम्स में किया शामिल
स्नेह राणा के कोच नरेन्द्र शाह ने गांधी पार्क के बाहर स्नेह राणा को सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया।
यहां खेल प्रेमियों ने स्नेह व उनके कोच नरेन्द्र शाह को माला पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान स्नेह राणा ने बातचीत में कहा कि पहली बार महिला क्रिकेट को कामनवेल्थ गेम्स में शामिल किया। पहली बार में ही हमारी टीम फाइनलिस्ट रही।
टीम के लिए योगदान देकर हुई बेहद खुशी
स्नेह ने कहा कि यह रजत पदक हमारे लिए स्वर्ण पदक से भी बढ़कर है। हमें अफसोस है कि हम गोल्ड मेडल नहीं जीत सके। लेकिन खेल में हार जीत लगी रहती है। हमने अपने खेल से सीखा और आगे बेहतर करने की प्रेरणा ली। स्नेह राणा ने कहा कि कामनवेल्थ गेम्स में टीम के लिए योगदान देकर वह बहुत खुश हैं।
स्नेह ने झटके पाकिस्तान टीम के दो अहम विकेट
बता दें पाकिस्तान के खिलाफ मैच में स्नेह राणा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान टीम के दो अहम विकेट झटके थे। इसके बाद सेमीफाइनल में इंग्लैंड और फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी स्नेह ने शानदार गेंदबाजी कर विपक्षी टीम पर दवाब बनाया।