प्रदेश के महाविद्यालयों में दाखिले के लिए छात्र यदि चाहें तो अब जन सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं। इन केंद्रों के जरिये आवेदन के लिए छात्र-छात्राओं से तय तीस रुपये से अधिक शुल्क नहीं लिया जाएगा। उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगौली ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को इस संबंंध में निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में इस बार समर्थ पोर्टल के माध्यम से छात्र-छात्राएं महाविद्यालयों में दाखिले के लिए आवेदन कर रहे हैं। शिक्षा सचिव के मुताबिक अब तक 12 हजार से अधिक छात्र अपना पंजीकरण करा चुके हैं। दाखिले के लिए छात्र खुद आवेदन कर सकते हैं, यदि किसी के पास सुविधा नहीं है, तो वे सीएससी केंद्र से आवेदन कर सकते हैं।
सुविधा पटल बनाए गए
इसके अलावा हर महाविद्यालय में छात्रों के लिए सुविधा पटल बनाए गए हैं। विभागीय सचिव के मुताबिक समर्थ ई-गवर्नेंस प्रवेश पोर्टल राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत बनाया गया है। इसके माध्यम से हर साल देशभर के समस्त केंद्रीय विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट कराए जा रहे हैं। इस योजना का सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सफल संचालन के बाद अब राज्य विश्वविद्यालय एवं विभिन्न राज्य सरकारों की ओर से भी प्रयोग किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार के एक प्रदेश, एक प्रवेश, एक परीक्षाफल एवं एक दीक्षांत के उद्देश्य से तीन राज्य विश्वविद्यालयों, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा एवं श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, टिहरी गढ़वाल से संबद्ध सभी महाविद्यालयों में एकीकृत प्रवेश पोर्टल समर्थ ई-गवर्नेंस को माध्यम बनाया गया है। पोर्टल को मोबाइल फ्रेंडली बनाया गया है। छात्र आसानी से अपने मोबाइल, टेबलेट से भी ऑनलाइन प्रवेश आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक अभिलेख यदि उपलब्ध हो तो मोबाइल से ही फोटो लेकर अपलोड भी कर सकते हैं।