देहरादून। इंग्लिश मीडियम स्कूलों की तर्ज पर राजधानी के 1897 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले 19465 नौनिहालों को ऑनलाइन ज्ञान मिल रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। डिजिटल पैरेंट्स मार्गदर्शक कार्यक्रम के तहत व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये स्टडी मैटेरियल ऑडियो और वीडियो से भेजा जा रहा है।
कोरोना काल में इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चों को तो ऑनलाइन क्लासेज का लाभ मिल रहा था। लेकिन, देहरादून जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों तक व्हाट्सएप के जरिये ज्ञान पहुंचाने की मुहिम शुरू की है।
इसी सप्ताह से इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। बच्चों के साथ ही अभिभावक भी इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं। साथ ही कई परिवार ऐसे हैं, जिनके पास न स्मार्टफोन है और न ही इंटरनेट। ऐसे बच्चों के लिए भी व्यवस्था बनाई जा रही है। ताकि वह भी पढ़ाई से वंचित न रहें।
योग और साफ-सफाई रखने के लिए दी जा रही टिप्स
बच्चों और अभिभावकों से साफ-सफाई के साथ ही रोजाना योग करने की भी अपील की जा रही है। इसके लिए भी वीडियो भेजी जा रही है। अभिभावकों से रोज सुबह 20 मिनट का वक्त अपने बच्चों के साथ बिताने को कहा जा रहा है। ताकि वह योग के साथ ही स्वच्छता के महत्व को समझ सकें।
पहले बनाई योजना, अब धरातल पर काम
जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश कुमार मिश्रा बताते हैं कि डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर पहले ऑनलाइन एजुकेशन से संबंधित सामग्री एकत्र की गई। पहले सीडीपीओ, पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं, मेराकी फाउंडेशन की मदद से अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए। इस सप्ताह से एजुकेशन सामग्री वाट्सएप के जरिये बच्चों तक पहुंचनी शुरू हो गई है।
कोरोना काल में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। ऐसे में उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये ऑडियो और वीडियो उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिससे उन्हें भी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की तर्ज पर ऑनलाइन एजुकेशन मैटेरियल उपलब्ध हो सके। इसका अच्छा रिजल्ट देखने को मिल रहा है।
– डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, जिलाधिकारी