कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए डीआरडीओ की मदद से ऋषिकेश और हल्द्वानी में कोविड चाइल्ड वार्ड व 500-500 आईसीयू बेड के अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। शुक्रवार को डीजी हेल्थ डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। कोरोना संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी तीसरी लहर भी आ सकती है। साथ ही उन्होंने आशंका जताई कि तीसरी लहर में वायरस बच्चों को भी चपेट में ले सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए आयोग अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बच्चों को बचाने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
इस वर्चुवल बैठक में सभी जिलों के सीएमओ, सीएमएस और बाल रोग विशेषज्ञ शामिल हुए। बैठक में डीजी हेल्थ ने बताया-डीआरडीओ की मदद से ऋषिकेश,हल्द्वानी में कोविड चाइल्ड वार्ड और आईसीयू के 500-500 बेड के अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। इन में कोविड चाइल्ड केयर वार्ड भी जा रहे हैं। ऋषिकेश में कोविड अस्पताल का संचालन एम्स व हल्द्वानी में अस्पताल का संचालन हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज करेगा। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 104 जारी भी किया गया है। बैठक में रुद्रप्रयाग की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.नीतू तोमर ने बताया कि जिले में 44 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। हरिद्वार के सीमएओ डॉ.एसके झा ने जानकारी दी कि जिले में 14 बच्चों में संक्रमित हुए हैं।