देहरादून। कोरोना के चलते अभी तक सऊदी अरब ने हज यात्रा को हरी झंडी नहीं दी है। जिससे हज यात्रा-2021 को लेकर संशय की स्थिति बनी है। इस वर्ष 20 जुलाई को हज होना है। उत्तराखंड से करीब 650 आवेदन जमा हैं। हज कमेटी ऑफ इंडिया के अनुसार जनवरी में ही हज यात्रियों का चयन हो जाना था, लेकिन कोटा आवंटन नहीं होने से अब तक लाटरी नहीं निकाली गई है। खादिमुल हुज्जाज का चयन और हज यात्रा पर जाने के इच्छुक जायरीन का प्रशिक्षण भी नहीं हुआ। पिछले साल कोरोना के कारण हज यात्रा रद होने से वर्ष 2021 की हज यात्रा के लिए पूर्व के वर्षों की तुलना में कम लोगों ने आवेदन किया।
बिना वैक्सीन यात्रा की अनुमति नहीं
पिछले माह 16 अप्रैल को हज कमेटी ऑफ इंडिया ने कहा था कि किसी को भी हज यात्रा के लिए जाने की तब तक परमिशन नहीं देंगे, जब तक कि उसने कोरोना वैक्सीन के दोनों इंजेक्शन नहीं लगवाएं हो। कहा था कि हज-2021 के लिए हरी झंडी मिलते ही जून के मध्य से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। सऊदी अरब सरकार की ओर से अब तक भारत सरकार को हज यात्री कोटा आवंटित नहीं हुआ है।सऊदी अरब से जवाब न मिलने व कोरोना के कारण मामला अभी लटका हुआ है।
साल 2019 में तीन हजार से अधिक आवेदन
दो साल पहले 2019 में उत्तराखंड से 3020 ने आवेदन किया था। लॉटरी के बाद चयनित 1265 जायरीनों को मुकद्दस सफर पर जाने का मौका मिला। उत्तराखंड राज्य हज समिति के चेयरमैन शमीम आलम ने बताया कि 2020 में करीब 17 करोड़ रुपये ऑल इंडिया हज कमेटी में जमा था। कोरोना के चलते यात्रा रद होने के बाद रुपये लौटा दिए गए थे।