राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड के निदेशक प्रो. श्याम लाल सोनी (63) का एम्स ऋषिकेश में निधन हो गया है। कोरोना संक्रमित होने की वजह से वे 18 नवंबर से एम्स ऋषिकेश में भर्ती थे। एनआईटी के कुलसचिव डा. पीएम काला ने उनके निधन की पुष्टि की है।
प्रो. सोनी ने सात नवंबर 2017 को एनआईटी श्रीनगर गढ़वाल के निदेशक का पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले वे मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। 37 साल तक अध्यापन कर चुके प्रो. सोनी के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 110 से अधिक रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। उनके नाम तीन पेटेंट भी हैं।
मूलरूप से जयपुर निवासी प्रो. सोनी अगस्त 2018 में कैंसर से ग्रस्त हो गए थे। इलाज के बाद वे कैंसर जैसी बीमारी को हराकर काम पर लौटे थे। इस बीच वे एनआईटी के सेटेलाइट कैंपस से कामकाज देखते रहे। लेकिन इसी साल अगस्त महीने से श्रीनगर में बैठने लगे।
18 नवंबर की रात उनकी तबीयत खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। जांच में वे कोरोना संक्रमित निकले। उपचार के दौरान उन्होंने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। प्रो. सोनी की एनआईटी उत्तराखंड का स्थायी परिसर बनाने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। वे अकसर कहा करते थे कि अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले सुमाड़ी में परिसर बनाकर जाएंगे।