देहरादून। यमुनोत्री घाटी में बुधवार रात हुई तेज बारिश से ओजरी डबरकोट के पास हाईवे भूस्खलन होने से बंद हो गया है। वहीं बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ और पागल नाले में पहाड़ी से मलबा आने से अवरुद्ध है। एनएच की जेसीबी मार्ग खोलने में जुटी हुई हैं।
उत्तरकाशी की यमुनोत्री घाटी में बुधवार पूरी रात मूसलाधार बारिश से कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से खरीदी के पास नगाण गांव मोटर पुल पर बना वैकल्पिक रास्ता बह गया है।
इसके साथ ही ओजरी डबरकोट में भूस्खलन होने से यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया था, जिसे अब खोल दिया गया है। भारी बारिश के कारण हाईवे देर रात से जगह-जगह बंद था। हालांकि कुथनौर के पास हाईवे पर आवाजाही जोखिम भरी हो रही है। वहीं बदरीनाथ हाईवे भी लामबगड़ और पागल नाले में मलबा आने से बंद हो गया है। एनएच की जेसीबी मार्ग खोलने में जुटी हैं।
31 घंटे बाद खुल सका बदरीनाथ हाईवे
पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने की वजह से बदरीनाथ हाईवे 31 घंटे बाद बुधवार शाम करीब सात बजे खोला जा सका। पीपलकोटी के पास चाड़ातोक में मलबा आने से मंगलवार अपराह्न करीब तीन बजे हाईवे बंद हो गया था। ऐसे में बदरीनाथ यात्रा भी ठप रही। बदरीनाथ धाम जाने और लौटने वाले यात्री पीपलकोटी में ही फंसे थे। हाईवे खुलने के बाद उनकी जान में जान आई।
एनएच की तीन जेसीबी मलबा हटाने के काम में जुटी थीं, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों की वजह से उसके काम में बाधा आ रही थी। बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्री पीपलकोटी में ही फंसे हुए थे। बदरीनाथ से आने वाले कई श्रद्धालु ऐसे भी थे जो रास्ता खुलने का काफी इंतजार करने के बाद गरुड़गंगा लौट गए।
एसडीएम बुशरा अंसारी ने लोगों से सड़क की स्थिति देखकर ही बदरीनाथ जाने की अपील की है। दरअरसल, बारिश होने की वजह से हर दूसरे दिन हाईवे पर मलबा आ रहा है, जिसकी वजह से हाईवे बंद हो रहा है।
पैदल भी की आवाजाही
जो लोग अपने वाहनों से नहीं थे, उन्होंने पैदल ही दूसरी ओर जाकर वहां से गंतव्य तक निजी वाहन बुक कर लिए। दिक्कत उनकी रही जो अपने वाहन से बदरीनाथ की ओर जा रहे थे। उन्हें वहीं इंतजार करना पड़ा।