उत्तरकाशी: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मौसम साफ है। दोनों धामों में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है। दोनों धामों में इन दिनों तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। यमुनोत्री धाम में गत सोमवार को 10256 और कुल-239913 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन कर दिए हैं। गंगोत्री धाम में सोमवार को 11367 और कुल 265329 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए।
जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए मंगलवार सुबह 9:00 बजे तक 5000 तीर्थयात्री रवाना हुए। जबकि गंगोत्री धाम में सुबह 9 बजे तक करीब 4500 तीर्थयात्री पहुंच गए हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण धाम में चारधाम व्यापारी और तीर्थ पुरोहित काफी खुश है।
साथ ही दोनों धामों के विभिन्न पड़ाव पर भी रौनक लौट आई है। गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत गंगोत्री गोमुख तपोवन ट्रैक भी इन दिनों गुलजार हो गया है। इस ट्रैक पर प्रतिदिन 125 से अधिक पर्यटक ट्रैकिंग करने के लिए जा रहे हैं। मंगलवार की सुबह 105 सैलानी गौमुख तपोवन की ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए हैं।
यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही पड़ावों पर मुस्तैद हुई पुलिस बल
ज्यों-ज्यों केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। पुलिस ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। दिन-प्रतिदिन अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। अब तक की यात्रा में साढ़े चार लाख का आंकड़ा पार हो चुका है।
श्री केदारनाथ धाम सहित सभी यात्रा पड़ावों पर आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सेवा हेतु पुलिस बल तैनात है। न केवल जिला पुलिस अपितु एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, पीएसी फायर कार्मिक, अभिसूचना इकाई, संचार कार्मिक, होमगार्ड, पीआरडी, सभी पारस्परिक समन्वय के साथ यात्रा से सम्बन्धित सुरक्षा व्यवस्था ड्यूटियों में लगे हैं।
पैदल मार्ग की दुश्वारियां हों या फिर कुबेर व भैरव गधेरे का ग्लेशियर व एवलांच वाला क्षेत्र, सोनप्रयाग व गौरीकुण्ड की संकरी जगह पर भीड़ प्रबन्धन, घोड़ा पड़ावों व शटल पार्किग से सम्बन्धित ड्यूटी, सोनप्रयाग व सीतापुर पार्किंग सहित सम्पूर्ण यात्रा मार्ग पर यातायात की ड्यूटी, इन सभी स्थानों पर पुलिस के स्तर से दिन रात एक करके आ रहे श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल व सुगम बनाया जा रहा है।
विपरीत परिस्थितियों के बीच भी सम्पूर्ण पुलिस बल द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। राह भटक चुके व अपनों से बिछड़ों को मिलवाने का जिम्मा बखूबी निभा रहे हैं। खोयी सामग्री, खोये मोबाइल वापस कराये जा रहे हैं। किसी प्रकार से दुर्घटना से या गिर जाने से घायल हो रहे। श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार देकर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जा रहे हैं। बूढ़े बुजुर्गों को सहारा देकर उनकी राह आसान कर सुगम दर्शन कराये जा रहे हैं।