देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने नियुक्ति के बाद से गैरहाजिर 20 डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने बृहस्पतिवार को आदेश जारी किए हैं। अब खाली पदों पर स्वास्थ्य विभाग नए डॉक्टरों की भर्ती कर सकेगा।
उत्तराखंड प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग(पीएमएचएस) के 20 डॉक्टरों को लंबे समय से गैर हाजिर रहने पर सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इसमें डॉ. रितेश चैहान उप जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा, डॉ. हेम चंद्र भट्ट जिला चिकित्सालय बागेश्वर, डॉ. दीपक सेमवाल सीएचसी कर्णप्रयाग, डॉ. अमित कुमार पांडेय सीएचसी घाट चमोली, डॉ. संदीप सिंह सीएचसी कर्णप्रयाग, डॉ. रजनी शर्मा जिला चिकित्सालय चंपावत, डॉ. शुुभंकर प्रतीक लाल सीएचसी मसूरी, डॉ. सचिन सैनी पीएचसी पिरान कलियर, डॉ. रमेश कुमार सीएचसी लक्सर, डॉ. उत्कर्ष तेवतिया संयुक्त चिकित्सालय रुड़की, डॉ. विकास कुमार झा संयुक्त चिकित्सालय रामनगर, डॉ. सुरेंद्र कुमार संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर, डॉ. गौरव आर्य जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग, डॉ. सरफराज हुसैन सीएचसी थत्यूड़ टिहरी, डॉ. योगेश आहुजा सीएचसी लंबगांव टिहरी, डॉ. अंजलि चैहान सीएचसी जसपुर, डॉ. मंयक कश्मीरा सीएचसी खटीमा, डॉ. बच्चा बाबू सीएचसी गदरपुर, डॉ. ईशा गुप्ता सीएचसी बाजपुर, डॉ. अखिल अग्रवाल जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी शामिल हैं।
ये डॉक्टर नियुक्ति के बाद से संबंधित अस्पतालों में तैनाती देकर गायब हैं। विभाग की ओर से कई बार नोटिस भी जारी किया गया। इसके बाद भी डॉक्टर वापस नहीं लौटे। इस कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं, विभाग भी इनकी जगह नई भर्ती नहीं कर पा रहा था। अब विभाग खाली पदों पर नई भर्ती कर सकेगा।