कालसी। मनरेगा कार्यो के स्टीमेट स्वीकृति में रॉयल्टी लेने व सामग्री के पैसे में कटौती को लेकर ग्राम प्रधान संगठन ने कालसी ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी व मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी का घेराव किया।
सोमवार को ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष जवाहर सिंह के नेतृत्व में ब्लॉक में पहुंचे और बीडीओ व कार्यक्रम अधिकारी का घेराव किया। जवाहर सिंह ने कहा कि ब्लॉक से टीएस के लिए स्टीमेट देहरादून भेजे जाते हैं, जहां पर स्वीकृति के लिए तीन से चार महीने लगाए जा रहे हैं। जिस कारण प्रधान श्रमिकों को रोजगार नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कोरोना काल में हर पंचायत में सरकार मनरेगा कार्य के माध्यम से रोजगार देने की बात कह रही है, लेकिन स्वीकृति में समय लगने से रोजगार देने में विलंब हो रहा है। विभाग द्वारा मनरेगा के कार्यो में अनावश्यक रूप से अधिक रॉयल्टी ली जा रही है। साथ ही मनरेगा कार्यों में जो धनराशि निर्माण सामग्री के लिए दी जाती है, उसी का पैसा लेबर को दिया जा रहा है। जिससे प्रधान को कार्य करना मुश्किल हो रहा है। मनरेगा कार्य में लागत अधिक लगने से प्रधानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
घेराव करने वालों में प्रधान संगठन सचिव अनिल तोमर, ग्राम प्रधान दिनेश चैहान, अनिल चैहान, ईश्वरी दत्त भट्ट, चरण सिंह चैहान, पदम वर्मा, अरविद बिष्ट, बारू नेगी, बलबीर सिंह आदि शामिल रहे। कालसी ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम प्रधानों की समस्या के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, वहां से जैसे निर्देश मिलेंगे, उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
सुमन कुटियाल, खंड विकास अधिकारी कालसी