चंपावत। जिले के चार चिकित्सकों की ड्यूटी कुंभ मेले में लगा दी गई है। शासन के निर्देश के बाद बुधवार को सीएमओ ने चारों डॉक्टरों को कार्यमुक्त कर दिया है। कुंभ मेला ड्यूटी के कारण पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में आने वाले मरीजों को परेशानी का सामान करना पड़ सकता है। इधर उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा पास करने वाले जिले के चार डॉॅक्टरों को स्थायी नियुक्ति दे दी गई है।
सीएमओ डा. आरपी खंडूरी ने बताया कि जिन चिकित्सकों को कुंभ ड्यूटी में भेजा गया है उनमें अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तामली के डा. विष्णु प्रभाकर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराकोट के डा. सचिन जैन, सीएमओ के अधीन डा. गौरव ओली और जिला अस्पताल चम्पावत में तैनात डा. आशीष सुडली शामिल हैं। बुधवार को चारों डॉक्टरों को जिले से कार्यमुक्त कर हरिद्वार भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा पास करने वाले जिले के चार डाक्टरों को स्थायी नियुक्ति दे दी गई है। अब तक ये सभी डाक्टर बांड पर कार्य कर रहे थे।
बताया कि डा. मनीष बिष्ट और उनके छोटे भाई डा. अंकुर बिष्ट के अलावा डा.अभिषेक खर्कवाल और डा. गौरव ओली ने राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की है। बोर्ड ने 21 मार्च को प्रदेश में 403 डॉक्टरों की चयन सूची जारी की थी। सीएमओ ने बताया कि नए डाक्टरों के मिलने से काफी हद तक डॉक्टरों की कमी से निजात मिल सकेगी। दूसरी ओर जिले के चार डाक्टरों को कुंभ मेला ड्यूटी में भेजे जाने से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रभाव पडऩा तय माना जा रहा है। संबंधित अस्पतालों के मरीजों को तो दिक्कतें होंगी ही। 30 अप्रैल से शुरू होने वाले मां पूर्णागिरि मेले को देखते हुए इनकी कमी और ज्यादा खलेगी। जिले में पहले से ही डॉक्टरों का टोटा बना हुआ है। विभिन्न अस्पतालों में सृजित कुल 107 पदों के सापेक्ष 59 पदों पर ही डाक्टरों की तैनाती है।