चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन बनेंगे ग्रीन कार्ड

0
204

चारधाम यात्रा के लिए बनेंगे ऑनलाइन ग्रीन कार्ड

देहरादून। प्रदेश में चारधाम यात्रा की संभावनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग भी इसकी तैयारियों में जुट गया है। इसके लिए सबसे पहले ग्रीन कार्ड बनवाने की व्यवस्था को ऑनलाइन करने की तैयारी है। मकसद यह कि वाहन चालकों को इसके लिए लाइनों में न लगना पड़े और शारीरिक दूरी के नियमों का भी अनुपालन किया जा सके। इसे शुरू होने में थोड़ा समय लग सकता है। इस बीच यदि यात्रा शुरू हो जाती है तो शुरूआती चरणों में इसके लिए मैनुअल व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही ऑनलाइन व्यवस्था को लागू करने के लिए परिवहन नियमों में भी बदलाव की तैयारी चल रही है।

प्रदेश सरकार अनलॉक वन में आठ जून के बाद चारधाम यात्रा शुरू करने पर विचार कर रही है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि शुरूआती चरण में यात्रा स्थानीय लोगों के लिए ही शुरू होगी या फिर अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को इसके लिए अनुमति दी जाएगी। बावजूद इसके किसी भी परिस्थिति को देखते हुए परिवहन विभाग ने अपनी ओर से इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।

सबसे पहले इसमें व्यवस्था ऑनलाइन ग्रीन कार्ड बनाने को लेकर की जा रही है। दरअसल, प्रदेश में चारधाम यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए परिवहन विभाग ग्रीन कार्ड जारी करता है। प्रतिवर्ष 15 से 20 हजार ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं। ग्रीन कार्ड का अर्थ यह होता है कि संबंधित वाहन के सारे दस्तावेज पूर्ण हैं, वाहन की फिटनेस भी चेक कर ली गई है और ये पर्वतीय मार्गो पर चलने को पूरी तरह फिट है। इसका मकसद वाहन दुर्घटना के साथ ही अवैध संचालन पर रोक लगाना है। यात्रा के दौरान विभिन्न आरटीओ व एआरटीओ कार्यालयों में ये कार्ड बनाए जाते हैं।

यात्रा सीजन में ग्रीन कार्ड बनाने के लिए वाहनों की लंबी कतारें लगती हैं। इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने चालक समेत 10 सीटर क्षमता वाले वाहन के लिए ऑनलाइन ग्रीन कार्ड बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए एनआइएसी सॉफ्टवेयर भी तैयार कर चुका है। इसमें ही ऑनलाइन फीस का भी प्रविधान किया जा रहा है। इसे लागू करने से पहले नियमों में भी बदलाव करना होगा। इसके लिए भी विभाग में तैयारियां शुरू हो गई हैं।

उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि यात्रा के दौरान आने वाले दिक्कतों को देखते हुए ग्रीन कार्ड को ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है। छोटे वाहनों को इसके लिए कार्यालय आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि, बड़े वाहनों को फिटनेस चेक कराने के लिए कार्यालय आना होगा। सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है। जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।

LEAVE A REPLY