देहरादून : दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज काण्ड ने तहलका मचा दिया है। तब्लीगी जमात की हरकतों के कारण देश के सामने कोरोना वायरस के प्रसार की आशंका बढ़ गई है। सबसे अधिक परेशानी उत्तर प्रदेश के लिए खड़ी हुई है। तब्लीगी जमातियो के कारण उत्तराखंड सरकार तथा प्रशासनिक अमला भी चिंतिंत हो गया है। चिंता का कारण साफ़ है कि इन लोगों के कारण कोरोना का कम्युनिटी संक्रमण शुरू हो गया तो स्थिति भयावह हो जाएगी। दिल्ली से निकलकर ये लोग कई राज्यों की मस्जिदों तक फैल चुके हैं।
सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के अनुसार अभी तक उत्तराखंड से 26 लोगों के दिल्ली में तब्लीगी मरकज में शामिल होने की जानकारी मिली है। इनमें 22 लोग हरिद्वार के है और शेष उत्तरकाशी, देहरादून आदि जिलों के हैं। इन सभी पर निगरानी रखी जा रही है।
हरिद्वार में तब्लीगी के 9 सदस्यों समेत 16 लोग किए गए होम क्वॉरेंटाइन
तब्लीगी मरकज में सीमांत जनपद उत्तरकाशी के तीन लोग शामिल हुए थे। ये तीनों अभी दिल्ली में हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने क्वारेंटाइन में रख दिया है। वहीं, नई टिहरी मस्जिद में तब्लीगी जमात के 9 लोग 28 फरवरी को आए थे, लेकिन ये लोग पौड़ी और बिजनोर से आये हैं। इन लोगो ने प्रशासन से कल अपने घर जाने की अनुमति मांगी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी।
रुड़की में प्रशासन सकते में
निजामुद्दीन में मुस्लिमों के सामूहिक जलसे में कोरोना पॉजिटिव पाने के बाद से प्रशासन भी सकते में आ गया है। आनन-फानन में रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में जमात में गए लोगों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में एक जमात गई हुई है, जबकि एक जमात सोनभद्र में गई हुई है। वही रुड़की आसपास के क्षेत्र में 7 जमात आई हुई है। इसमें से एक जमात बागपत जिले की दो मेरठ से हैं, दो दिल्ली, एक आसाम और एक केरल से हैं। यह सभी फरवरी के अंतिम सप्ताह में रुड़की पहुंचे थे।