चिंता का सबब : उत्‍तराखंड से 26 लोग दिल्ली में तब्लीगी मरकज में हुए थे शामिल ; हरिद्वार से थे 22 लोग

0
588

देहरादून : दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज काण्ड ने तहलका मचा दिया है। तब्लीगी जमात की हरकतों के कारण देश के सामने कोरोना वायरस के प्रसार की आशंका बढ़ गई है। सबसे अधिक परेशानी उत्तर प्रदेश के लिए खड़ी हुई है। तब्लीगी जमातियो के कारण उत्तराखंड सरकार तथा प्रशासनिक अमला भी चिंतिंत हो गया है। चिंता का कारण साफ़ है कि इन लोगों के कारण कोरोना का कम्युनिटी संक्रमण शुरू हो गया तो स्थिति भयावह हो जाएगी। दिल्ली से निकलकर ये लोग कई राज्‍यों की मस्जिदों तक फैल चुके हैं।

सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के अनुसार अभी तक उत्तराखंड से 26 लोगों के दिल्ली में तब्लीगी मरकज में शामिल होने की जानकारी मिली है। इनमें 22 लोग हरिद्वार के है और शेष उत्तरकाशी, देहरादून आदि जिलों के हैं। इन सभी पर निगरानी रखी जा रही है।

हरिद्वार में तब्लीगी के 9 सदस्यों समेत 16 लोग किए गए होम क्वॉरेंटाइन

दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों में कोरोनावायरस पाए जाने के बाद हरिद्वार में भी पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। पुलिस ने सराय गांव में तब्लीगी जमात से जुड़े 7 लोगों का मेडिकल कराते हुए एहतियात के तौर पर होम क्वॉरेंटाइन करा दिया है। इसके अलावा दिल्ली से आ रहे नौ लोगों को भी राही मोटेल में क्वॉरेंटाइन किया गया है।
हरिद्वार के मंगलौर क्षेत्र से एक जमात दिनाक 17 फरवरी को सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश के लिए गई थी। सर्वप्रथम यह जमात मरकज सुल्तानपुर में रुकी। इसके बाद जमात के द्वारा थोड़े समय के लिए सिद्दिकिया मस्जिद शास्त्रीनगर सुल्तानपुर, बिलाल मस्जिद सुल्तानपुर, जामिया इस्लामिया मस्जिद सुल्तानपुर, हीरा मस्जिद सुल्तानपुर, खजुरी मस्जिद सुल्तानपुर, मदीना मस्जिद सुल्तानपुर, मक्का मस्जिद सुल्तानपुर, अक्सा मस्जिद सुल्तानपुर आदि में रो गया 30 मार्च को सुल्तानपुर के साथियों द्वारा एक एम्बुलेंस में बिठाकर बालावाली बॉर्डर लक्सर तक भिजवाया गया। बालावाली से पैदल चलकर खड़ंजा कुतुबपुर लक्सर में 30 मार्च की रात्रि में 2-2 साथियों की ओर से स्थानीय मुस्लिम लोगों के घरों में रहे। 31 मार्च की सुबह मंगलौर पहुंचे।
उधर, भगवानपुर के सिरचंदी गांव में 26 फरवरी को 14 लोग निजामुद्दीन दिल्ली से तब्‍लीगी जमात से आए थे। वहीं मक्खनपुर गांव में 10 मार्च को 17 लोग तब्‍लीगी जमात से आए थे। यह सभी लोग नेपाल मूल के निवासी हैं। कल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों गांव में पहुंचकर इन लोगों का मेडिकल चेकअप किया और मस्जिद में बने कमरों में सभी को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।

तब्लीगी मरकज में सीमांत जनपद उत्तरकाशी के तीन लोग शामिल हुए थे। ये तीनों अभी दिल्ली में हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने क्वारेंटाइन में रख दिया है। वहीं, नई टिहरी मस्जिद में तब्‍लीगी जमात के 9 लोग 28 फरवरी को आए थे, लेकिन ये लोग पौड़ी और बिजनोर से आये हैं। इन लोगो ने प्रशासन से कल अपने घर जाने की अनुमति मांगी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी।

रुड़की में प्रशासन सकते में

निजामुद्दीन में मुस्लिमों के सामूहिक जलसे में कोरोना पॉजिटिव पाने के बाद से प्रशासन भी सकते में आ गया है। आनन-फानन में रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में जमात में गए लोगों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में एक जमात गई हुई है, जबकि एक जमात सोनभद्र में गई हुई है। वही रुड़की आसपास के क्षेत्र में 7 जमात आई हुई है।  इसमें से एक जमात बागपत जिले की दो मेरठ से हैं, दो दिल्ली, एक आसाम और एक केरल से हैं। यह सभी फरवरी के अंतिम सप्ताह में रुड़की पहुंचे थे।

LEAVE A REPLY