देहरादून। वायु सेना के मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक को उतारने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने केदारनाथ में हेलीपैड तैयार कर लिया है। इससे वहां पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने को भारी मशीनें पहुंचाई जानी हैं। अब वायु सेना की टीम इस हेलीपैड का निरीक्षण करेगी और फिर चिनूक केदारनाथ के लिए उड़ान भरेगा। केदारनाथ में दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्य अक्टूबर से प्रस्तावित हैं। इसके लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं।
पिछले दिनों मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने केदारनाथ में व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और डीडीएमए को दस दिन के भीतर हेलीपैड तैयार करने के निर्देश दिए थे। वर्ष 2015 में एमआइ-26 हेलीकॉप्टर उतारने के लिए बने हेलीपैड का विस्तार कर यह हेलीपैड तैयार किया गया है। इसके लिए हेलीपैड के एक हिस्से से गढ़वाल मंडल विकास निगम के 45 कॉटेज हटाए गए।
हेलीपैड के लिए 50 मीटर चैड़ा व सौ मीटर लंबा प्लेटफार्म तैयार किया गया है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक हेलीपैड को फाइनल टच दे दिया जाएगा। इसके बाद चिनूक की सफल लैंडिंग के लिए शासन की टीम इसकी रेकी करेगी।
हेलीकॉप्टर चिनूक एक नजर
- चिनूक हेलीकॉप्टर 11 टन तक भारी सामान ले जाने में सक्षम
- ऊंचे और दुर्गम इलाकों तक भारी सामान पहुंचाने में है सक्षम
- हर मौसम और दिन रात में उड़ान भरने में सक्षम
- चिनूक हेलीकॉप्टर में लगे हैं दो रोटर इंजन
नए रूप में दिखेगी केदारपुरी
वर्ष 2013 में आपदा से तबाह हुई केदारपुरी को मास्टर प्लान से बसाने की कवायद अब दिखने लगी है। आने वाले यात्रा सीजन में केदारनाथ पूरी तरह बदली से नजर आएगी। शंकराचार्य समाधि के साथ ही आस्था पथ का निर्माण पूरा हो जाएगा। केदारनाथ में दर्शनों के लिए नई व्यवस्था लागू होगी, वहीं तीर्थ पुरोहितों के भवनों का भी निर्माण पूरा हो जाएगा। केदारनाथ धाम में द्वितीय चरण के कार्य भी शुरू हो रहे हैं, जिसमें से कई कार्य आने वाले यात्रा सीजन शुरू होने से पूर्व पूरे हो जाएंगे।