चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में खुलने जा रहे निष्कासितों की वापसी के दरवाजे, विस्तृत रिपोर्ट तलब

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देहरादून। कांग्रेस में वापसी के इच्छुक निष्कासितों के लिए पार्टी के दरवाजे खुलने जा रहे हैं। पहले चरण में उन व्यक्तियों को पार्टी में दोबारा शामिल किया जाएगा, जिन्होंने वापसी की गुहार लगाई है, साथ ही निष्कासन के दौरान किसी अन्य दल का रुख नहीं किया है। वहीं, निकाले गए नेताओं को पार्टी में शामिल करने पर विचार को गठित चार सदस्यीय समिति की ओर से तैयार की गई संक्षिप्त रिपोर्ट को प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपर्याप्त बताया है। समिति को विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने बीते सितंबर माह में पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की थी। समिति को वापसी के लिए अनुरोध कर रहे निष्कासित नेताओं के बारे में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। इस रिपोर्ट के आधार पर पार्टी में निष्कासितों की वापसी की राह तैयार की जाएगी। चार सदस्यीय समिति में अध्यक्ष के साथ प्रदेश महामंत्री गोविंद सिंह बिष्ट, प्रदेश सचिव शांति प्रसाद भट्ट एवं विजय सिजवाली शामिल हैं। समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप चुकी है।

वापसी पर फैसला गुणदोष के आधार पर लेंगे: गोदियाल

प्रदेश संगठन के मुखिया इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट संक्षिप्त है। पार्टी से निकाले गए ऐसे व्यक्ति जो पार्टी में आना चाहते हैं, उनके बारे में विस्तार से रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। इस रिपोर्ट में पार्टी से निकाले जाने का कारण, नेताओं के आचरण और पार्टी गतिविधियों में उनकी भूमिका के साथ ही निष्कासन अवधि में पार्टी के संबंध में उनकी भूमिका से जुड़े पहलुओं को खंगाला जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि वापसी पर निर्णय गुणदोष के आधार पर होगा। अभी जो रिपोर्ट मिली है, उसमें संक्षिप्त ब्योरा होने से गुणदोष के आधार पर फैसला लेने में दिक्कत होगी।

60 नेताओं की वापसी पर समिति ने तैयार की थी रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट को प्रदेश के अन्य बड़े नेताओं के समक्ष भी रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 10 नेताओं की वापसी संभव है। समिति को विस्तृत रिपोर्ट जल्द सौंपने को कहा गया है। उधर, समिति को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में मशक्कत करनी होगी। इससे पहले दोनों मंडलों में पार्टी से निष्कासित करीब 60 नेताओं की वापसी को लेकर समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार की थी। माना जा रहा है कि दूसरे चरण में ज्यादा संख्या में निष्कासितों की वापसी हो सकेगी।

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