देहरादून। चुनाव नजदीक आते ही भाजपा में बगावत की आग तेजी से भड़कने लगी है। देहरादून की रायपुर और हरिद्वार की झबरेड़ा विधानसभा में कार्यकर्त्ताओं की नाराजगी के बाद अब धर्मपुर में भी विधायक की खिलाफत शुरू हो गई है। भाजपा श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल की अध्यक्ष ने विधायक पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, विधायक ने आरोपों को नकारा है। इस बीच भाजपा के लिए चुनाव से पहले सामने आ रही खींचतान से हाईकमान जरूर असहज हो गया है।
धर्मपुर विधानसभा के भीतर भी भाजपा में विधायक का विरोध हो रहा है। हालांकि, अभी तक महानगर में केवल रायपुर में ही विधायक और कार्यकर्ताओं के बीच घमासान था, लेकिन अब दूसरी विधानसभाओं में भाजपा की मुश्किलें बढऩे लगी हैं। धर्मपुर विस क्षेत्र के तहत डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल की अध्यक्ष पूनम ममगाईं ने भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट को इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि, अभी महानगर अध्यक्ष ने इस पर विचार किए जाने की बात कही है।
वहीं, मंडल के महामंत्री जितेंद्र रावत और उपाध्यक्ष अनुज वालिया ने भी मंडल अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। तीनों ने विधायक के रवैये को इस कदम का कारण बताया है। उन्होंने शुरुआत से ही विधायक की ओर से कार्यकर्ताओं के साथ उचित व्यवहार न किए जाने की बात कही है। आरोप लगाया कि सार्वजनिक स्थलों पर विधायक विनोद चमोली उनकी उपेक्षा करते हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं को बांटने का कार्य कर रहे हैं।
मंडल अध्यक्ष पूनम ममगाईं का कहना है कि विधायक विनोद चमोली क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ उचित व्यवहार नहीं करते। उनका कार्य केवल कार्यकर्त्ताओं को आपस में लड़ाना है। पार्टी के कार्यों में भी विधायक कोई सहयोग नहीं करते। इससे तंग आकर मुझे इस्तीफा देना पड़ रहा है।
विधायक विनोद चमोली ने कहा, हम भी पार्टी के कार्यकर्ता ही हैं। सब एक समान हैं, मैं कार्यकर्ताओं का सम्मान करता हूं। यदि किसी को कोई नाराजगी है तो संगठन देखेगा। बातचीत कर नाराजगी दूर की जाएगी।
रायपुर में विधायक और कार्यकर्ताओं के बीच मची है घमासान
रायपुर विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा के विधायक और वरिष्ठ कार्यकर्ता आमने-सामने हैं। हाल ही में मालदेवता आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ और जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, महानगर उपाध्यक्ष इतवार रमोला और जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह सह चौहान के बीच जमकर तू तू-मैं मैं हुई थी। इसके पहले भाजयुमो के पूर्व महानगर अध्यक्ष रंजीत भंडारी और मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने भी विधायक पर उपेक्षा आरोप लगाते हुए संगठन से शिकायत की थी।