देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण के कम होते असर के बीच पर्यटकों को बेहतर व सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए वर्ककेशन (वर्क एंड वेकेशन) व ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे योजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत विभाग ने प्रदेश के छह जिलों में 73 गांवों को अधिसूचित किया है।
ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर के दो किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में होम स्टे के लिए सरकार की ओर से वित्तीय सहायता दी जा रही है। उत्तराखंड में पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे योजना चलाई जा रही है। योजना को गति देने के लिए पर्यटन विभाग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विन पुंडीर (सेनि) के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, जो उत्तरकाशी के अगोड़ा गांव में तैयार होने वाले माडल सामुदायिक केंद्र का आज निरीक्षण करेगी।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटन सेक्टर को गति देने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। वर्ककेशन योजना के जरिए उत्तराखंड आने वाले पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के साथ ही शांत व स्वच्छ वातावरण में वर्क फ्राम होम की सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं। पर्यटकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने व योजना को प्रोत्साहित करने के लिए आज अधिकारी अगोड़ा गांव का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। मंगलवार को टीम टिहरी झील को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए चिह्नित स्थलों का निरीक्षण करेगी।