देहरादून। संवाददाता। दस दिन तक चले छात्रों के उग्र आंदोलन के बाद आखिरकार गढ़वाल विश्वविघालय प्रशासन को छात्रों की फीस वृद्धि को वापस लिये जाने पर आज तमाम छात्र नेताओं ने खुशी जताई और इसे छात्रों की नीतिगत जीत बताते हुए एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर जश्न मनाया।
उधर शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा है कि छात्रों की मांग और उनके हितों को देखते हुए फीस वृद्धि को वापस ले लिया गया है। उन्होने कहा कि रेगुलर कोर्स के छात्रों से 1200 रूपये ली जाने वाली फीस वृद्धि को वापस ले लिया गया है तथा जिन छात्रों ने बढ़ी हुई फीस जमा करा दी थी उनकी फीस दस दिसम्बर तक वापस कर दी जायेगी। वहीं सेल्फ फाइनेंस कोर्स के लिए पंजीकरण शुल्क 1200 ही रहेगी। उन्होने कहा कि विश्वविघालय से सम्बद्ध कालेजों में सेमिस्टर सिस्टम को भी छात्रों की मांग पर खत्म कर दिया गया है। जबकि विश्वविघालय में सेमिस्टर सिस्टम जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि इस फीस वृद्धि के बाद राजधानी दून के सभी चार डिग्री कालेजों सहित राज्य भर के कालेजों के छात्र संगठन एक जुट होकर इस फीस वृद्धि का विरोध कर रहे थे। 10 दिनों से जारी आंदोलन के बाद आखिकार उनकी मांगों को मान लिया गया है। फीस वृद्धि वापस लेने के निर्णय से छात्रों में खुशी की लहर है। लेकिन आयुष छात्रों की फीस वृद्धि का मामला अभी भी नहीं सुलझ सका है।