ऋषिकेश। होली की छुट्टी मनाने अपने साथियों के साथ मुनिकीरेती गंगा तट पर पहुंचे दो लोग गंगा में डूब गए। उनका पता नहीं चल पाया। इनके दो सहयोगी इन्हें बचाने गंगा में कूदे, लेकिन वह भी डूबने लगे। उन्हें वहां मौजूद एक जर्मन नागरिक ने बचा लिया। डूबे लोगों की पहचान जामिया विश्वविद्यालय दिल्ली के छात्र और जम्मू कश्मीर के एक अन्य युवक के रूप में हुई है।
थाना मुनिकीरेती के तपोवन पुलिस चैकी क्षेत्र में नीम बीच के पास गंगा नदी में दो लोग डूबने के बाद लापता हो गए। पुलिस के मुताबिक जम्मू कश्मीर रियासी शिवनगर से दो दोस्त कौशिक कुमार और साहिल कौशिक आठ मार्च को ऋषिकेश के लिए चले थे।
वे तपोवन पहुंचे और यहां के एक होटल में रुके। गत दिवस दोनों दोस्त तपोवन साईं घाट के समीप नीम बीच में नहाने के लिए गए थे। इनके समीप ही मूल रूप से नेपाल निवासी जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय दिल्ली में एमए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा छात्र मिलन पोडेल (26 वर्ष) पुत्र मोहन पोडेल अपनी महिला मित्र के साथ घाट पर ही मौजूद था।
तपोवन के चैकी प्रभारी विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि घाट के समीप एक छोटा सा टापू बना है। जामिया विश्वविद्यालय का यह छात्र मिलन पोडेल पक्के घाट से टापू की ओर कूदा मगर, उसका पैर फिसल गया और वह गंगा के बहाव में बहने लगा।
उसे बचाने के लिए जम्मू कश्मीर का युवक कौशिक कुमार (26 वर्ष) पानी में कूद पड़ा। दोनों गंगा के तेज बहाव के साथ बहने लगे, वहां मौजूद इनके दोनों साथी जब इन्हें बचाने के लिए आगे बढ़े तो वह भी तेज बहाव में डूबने लगे।
पुलिस के मुताबिक वहीं मौजूद जर्मन निवासी एक पर्यटक रोजेन कॉल ने इन चारों को बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। तब तक जामिया विश्वविद्यालय का छात्र और जम्मू कश्मीर का युवक पानी के तेज बहाव में लापता हो गए थे। उनके दो साथियों को इस विदेशी पर्यटक ने बचा लिया।
पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास गंगा में एसडीआरएफ की मदद से डूबे दोनों लोगों की काफी तलाश की। मगर, उनका पता नहीं चल पाया। बुधवार के रोज भी पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से सर्च अभियान जारी रखा। अब तक उनका कहीं पता नहीं चला है।
नहर में डूब रहे डॉक्टर को बचाया, गंभीर
भाई और महिला रिश्तेदार के साथ यहां घूमने आया एक चिकित्सक चीला नहर में डूब गया। जिसे वन कर्मियों और आसपास मौजूद लोगों ने सकुशल बचा लिया। चिकित्सक को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हास्पिटल में पाल्मोलॉजिस्ट डॉ. गिरीश जैन (28 वर्ष) निवासी गुलाब बाड़ी लाडपुर बाईपास जिला कोटा राजस्थान अपने भाई ईशान जैन और अन्य रिश्तेदार ज्योति के साथ ऋषिकेश घूमने आए थे।
शाम करीब साढ़े चार बजे बैराज चीला शक्ति नहर पर कुनाऊं पुलिया के पास यह तीनों लोग बैठकर बातचीत कर रहे थे। इस दौरान डॉ. गिरीश जैन नहर की तरफ चले गए। अचानक उनका पांव फिसला और वह उफनती नहर में गिरकर बहने लगे।
समीप एक दूध विक्रेता के साथ वन विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। जिन्होंने काफी दूर तक बह गए गिरीश जैन को सकुशल बाहर निकाला। एम्स चैकी प्रभारी राम नरेश शर्मा ने बताया कि डॉ. गिरीश जैन को एम्स ऋषिकेश लाया गया। यहां इमरजेंसी में आवश्यक उपचार के बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर सीसीयू में रखा गया है। एम्स के जनसंपर्क कार्यालय के मुताबिक चिकित्सक की हालत अभी गंभीर बनी है।