ऋषिकेश। मैं अपने ओमिनी वाहन में बेकरी का सामान लेकर देहरादून से ऋषिकेश जा रहा था। जाखन पुल पर दो वाहन हमसे आगे पुल के ऊपर निकल चुके थे, मैं उनके पीछे था। अचानक जाने क्या हुआ पुल का एक हिस्सा एकाएक बैठ गया। जिसमें हमारा वाहन मुंह के बल नीचे गिरा। एक बार के लिए लगा कि हम मौत के मुंह में ही समा गए। मगर, खुशकिस्मती से हम दोनों जिंदा हैं।
यह कहना है रानीपोखरी के जाखन पुल हादसे में चोटिल हुए लोडर चालक पिंटू का। इस हादसे में पिंटू और सहयोगी संदीप को चोटें आई है। दोनों को उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश लाया गया है। 30 वर्षीय पिंटू निवासी अखाड़ा मोहल्ला देहरादून और उसका सहयोगी 19 वर्षीय संदीप निवासी इंदिरा कालोनी चुक्खू मोहल्ला देहरादून अपने लोडर में बेकरी का सामान लेकर देहरादून से ऋषिकेश जा रहे थे।
वाहन चालक पिंटू ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब 12:05 पर वह जैसे ही जाखन पुल को पार कर रहे थे तभी पुल का एक हिस्सा अचानक बैठ गया। उनसे आगे दो वाहन थे जो आगे बढ़ गए थे। उनका वाहन मुंह के बल टूटे हिस्से में फंस कर तिरछा हो गया। जबकि आगे बढ़ गए दो अन्य लोडर वाहन पुल के दूसरे हिस्से की ओर से तेजी से पीछे की ओर लुढ़के। जिसमें एक वाहन पलट गया।
पिंटू और संदीप ने बताया कि एक बार उन्हें लगा कि मानो सामने मौत खड़ी है। कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि अचानक यह क्या हुआ। उन्होंने किसी तरह से स्वयं को वाहन से बाहर निकाला और पुल के टूटे हिस्से पर चढ़कर किसी तरह निकलकर बाहर आए। उसके बाद राजकीय चिकित्सालय में घायल पिंटू व संदीप का उपचार किया गया। दोनों भगवान का शुक्र मना रहे हैं कि इतनी बड़ी दुर्घटना में वह सकुशल बच गए।