देहरादून। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 120 दिन के देशव्यापी दौरे की शुरुआत आज शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड से करेंगे। नड्डा कुंभ नगरी हरिद्वार में संतों से मुलाकात करेंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे। इसके बाद उनका सांगठनिक दौरा शुरू होगा। नड्डा शाम चार बजे हेलीकॉप्टर से सीधे हरिद्वार पहुंचेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के मुताबिक शेष तीन दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष देहरादून में 14 संगठनात्मक बैठकों व कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वे चार दिसंबर से सात दिसंबर तक देहरादून में प्रवास करेंगे। जहां वे मंत्रिमंडल व कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे तो वहीं बूथ समिति और मंडल समितियों के साथ भी बैठेंगे।
भगत ने बताया कि नड्डा के हरिद्वार आगमन के कार्यक्रम में परिवर्तन हुआ है। पहले उन्हें दोपहर 12.40 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचना था। अब वे अपराह्न चार बजे हेलीकॉप्टर से हरिद्वार पहुंचेंगे। हर की पौड़ी पहुंच कर गंगा की पूजा व आरती में भाग लेंगे। उसके बाद उनका शांति कुंज, अखाड़ा परिषद, निरंजनी अखाड़ा जाने व संतों से भेंट का कार्यक्रम है।
भगत के अनुसार यह किसी भी पार्टी के इतिहास में पहली बार होगा जब राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश, जिला, मंडल व बूथ कमेटियों के अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे।
उन्होंने बताया कि नड्डा के भव्य स्वागत के साथ कोविड नियमों का पालन करते हुए जनता व कार्यकर्ताओं की सहभागिता भी तय की गई है।
केवल पुष्पवर्षा से होगा स्वागत
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। कोविड गाइडलाइन के मद्देनजर पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष को फूल और बुके भेंट नहीं कर पाएगा।
मास्क पहने कार्यकर्ता मानव श्रृंखला बनाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष पर पुष्पवर्षा करेंगे। कोविड गाइड लाइन के अनुपालन के लिए सभी स्वागत स्थलों पर 20-20 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है। जेपी नड्डा धर्मनगरी के साधु संतों से मुलाकात करेंगे।
हरिद्वार में नौ स्थानों पर उनके स्वागत की तैयारियां की गई हैं। सभी स्थानों पर क्षेत्रीय विधायक के नेतृत्व में जनप्रतिनिधि, भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता स्वागत करेंगे। इस दौरान जिला संगठन ने मास्क और शारीरिक दूरी जैसे नियमों के अनुपालन करने के निर्देश जारी किए हैं।
प्रवास के दौरान ये होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का कार्यक्रम
4 दिसंबर : हरिद्वार में संतों से मुलाकात करेंगे।
5 दिसंबर : सीएम व मंत्रियों के साथ बैठक। कोर कमेटी की बैठक। प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन।
6 दिसंबर : कार्यालय व विभागों की समीक्षा बैठक, प्रदेश पदाधिकारी महामंत्रियों, सांसदों विधायकों, मोर्चा अध्यक्षों महामंत्रियों, जिला अध्यक्षों के साथ बैठक। मंडल स्तर व ऊपर के प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल सार्वजनिक बैठक।
7 दिसंबर : एक बूथ समिति की बैठक। प्रेस वार्ता। एक मंडल की बैठक। सोशल मीडिया वॉलिंटियर बैठक।