देहरादून : शनिवार का दिन देहरादून, पौड़ी और टिहरी जिले के लिए खतरनाक साबित हुआ। यहां प्रकृति ने अपना प्रचंड रूप दिखाते हुए अपनी शक्ति का अहसास कराया। कई लोग आपदा में लापता हो गए तो कइयों की मौत हो गई। एक दर्जन से ज्यादा घर आपदा की भेंट चढ़ गए।
देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में सौंग नदी ऊफान पर आ गई, जिससे वहां दो पुल टूट गए। मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन और सेना राहत बचाव कार्य में जुटी है। हेलीकाप्टर द्वारा घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मालदेवता में थानो, कुमाल्डा व उसके आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने कमिश्नर गढ़वाल एवं जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। कहा कि उनके लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने जेसीबी से आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है, वहां विद्युत एवं पेयजल की सुविधा जल्द सुचारू की जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। विधायक अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विधायकों से फोन पर हर स्थिति का जायजा ले रहें हैं। वह सेना से भी संपर्क में हैं। अगर अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकाप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रीतम सिंह पंवार , गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, जिलाधिकारी टिहरी डा सौरभ गहरवार, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह भुल्लर एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।