देहरादून। प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति की मांग पर डायट से डीएलएड द्विवर्षीय प्रशिक्षितों का शिक्षा निदेशालय में धरना 41 वें दिन भी जारी रहा। शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी प्रशिक्षितों ने अपना धरना पूरी तरह से समाप्त नहीं किया है। प्रशिक्षितों का साफ कहना है कि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू ना होने और प्रशिक्षतों को नियुक्त मिलने तक धरना जारी रहेगा।
शनिवार को ननूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय परिसर में उत्तराखंड द्विवर्षीय डायट डीएलएड (बीटीसी) प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन के प्रशिक्षतों ने शिक्षा विभाग एवं राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान गौचर डायट के प्रशिक्षित अमित अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर डायट डीएलएड प्रशिक्षितों द्वारा रात का धरना और क्रमिक अनशन खत्म कर दिया गया है।
लेकिन, प्रदेश के सभी जनपदों से आये प्रशिक्षित विज्ञप्ति जारी होने और डायट डीएलएड बैच 2017-19 की शत प्रतिशत नियुक्ति मिलने तक धरना जारी ही रहेगा। संगठन की प्रदेश सचिव श्वेता राजपाल ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा पास करने, सरकारी डायटों में ही प्रशिक्षण भी करवाया। लेकिन सरकार ने प्रशिक्षण के मध्य नियमावली में परिवर्तन कर बाहरी राज्यों से डीएलएड को भी हमारे समकक्ष कर दिया गया। कहा कि प्रशिक्षण के बीच मे हुए बदलावों के आधार पर डायट प्रशिक्षितों के हक प्रभावित हो रहे हैं।
संगठन ने शिक्षा विभाग से नियुक्ति में डायट प्रशिक्षितों को वरीयता देने और प्राथमिक विद्यालयों में खाली सभी पदों पर भर्ती करवाने की मांग की है। इस अवसर पर रंजीत असवाल, पंकज डंगवाल, पवन मुस्युनी, हिमांशु जोशी, शुभम पन्त, धीरेन्द्र खाती, राजेन्द्र भट्ट, दिलीप पंवार, श्वेता राजपाल, दीक्षा राणा, देवेश जोशी, भूपेंद्र नाथ, देवेन्द्र कोरंगा, मुकेश चैहान, अरविंद नेगी आदि मौजूद रहे।