देहरादून। हमारे समाज मे डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का महत्वपूर्ण स्थान है। डॉक्टर ने केवल बीमारियों का इलाज करते है बल्कि रोगियों को संतुलित एवं उचित आहार, स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे मे भी सलाह देते है। रोगों के निदान, रोकथाम व उपचार मे डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। डॉक्टर का पेशा एक नेक पेशा माना जाता है। डॉक्टर मरीजों के लिए भगवान के समान होते है।
नेशनल डॉक्टर डे का उद्देश्य: यह दिन डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार करने और मानवता के लिए उनकी अथक सेवा के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा प्रतिवर्ष 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे उन सभी डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान मे मनाया जाता है जो अपनी जान जोखिम मे डालकर मरीजों के स्वास्थ्य को बहाल करके उनकी सेवा करते है।
नेशनल डॉक्टर्स डे की शुरुआत: नेशनल डॉक्टर्स डे की शुरुआत 1 जुलाई 1991 से हुई। पश्चिम बंगाल के पूर्व द्वितीय मुख्यमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय के चिकित्सा के क्षेत्र मे दिए गये महत्वपूर्ण योगदान के सम्मान मे प्रतिवर्ष 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।
दुनिया के अलग-अलग देशों मे प्रतिवर्ष अलग-अलग तारीखो को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। वियतनाम मे 27 फरवरी, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा जॉर्जिया मे 30 मार्च, ईरान मे 23 अगस्त, ब्राजील मे 18 अक्टूबर और क्यूबा मे 3 दिसंबर को प्रतिवर्ष डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।
डॉ० बी० सी० राय का जन्म 1 जुलाई 1882 को पटना, बिहार मे हुआ एवं 1 जुलाई 1962 मे उनकी उनका देहांत हुआ था। डॉ० बी० सी० राय एक सम्मानित चिकित्सक एवं प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने जादवपुर टीवी अस्पताल, चितरंजन सेवा सदन, कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल, विक्टोरिया इंस्टिट्यूट, चितरंजन कैंसर अस्पताल जैसे चिकित्सा संस्थानों की स्थापना मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नेशनल डॉक्टर्स डे का महत्व: डॉक्टर हर किसी के जीवन मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वर्तमान कोविड-19 की महामारी मे डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान जोखिम मे डालकर अपना व परिवार की सुरक्षा के बारे मे ना सोचते हुए राष्ट्र सेवा की भावना से दिन-रात मरीजो की सेवा मे लगे हुए है। इस चुनौतीपूर्ण समय मे राष्ट्र को सुरक्षित और स्वस्थ रखने की उनके प्रतिबद्धता वास्तव मे असाधारण है। उनकी इसी लगन, मेहनत, सेवा एवं समर्पण के लिए नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। आई०एम०ए० की रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 की महामारी के दौरान भारत मे लगभग 1000 से अधिक डॉक्टरों की अकाल मृत्यु हुई जोकि चिंतनीय विषय है।
नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम: इस साल यानी 2021 में नेशनल डॉक्टर डे की थीम कोविड-19 से जोड़ कर रखी गयी है। इस वर्ष की थीम है- “परिवार के डॉक्टरों के साथ भविष्य का निर्माण”