उत्तराखंड में अगले महीने अक्टूबर से लोगों को फ्री राशन मिलने पर संकट पैदा हाे गया है। अगर राशन डीलरों की समस्या का तुरंत ही निदान नहीं होता है तो राशन कार्ड होल्डरों को अगले महीने से परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि, सरकार राशन डीलरों की मांगों पर विचार कर रही है लेकिन, फिर भी उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मानदेय की मांग को लेकर प्रदेशभर के राशन डीलर हड़ताल पर हैं। नाराज डीलर गोदाम से राशन का उठान नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते अगले माह उपभोक्ताओं को समय से राशन का वितरण अब मुश्किल है। इधर, विभाग के अधिकारी डीलरों पर हड़ताल खत्म करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं।मानदेय की मांग को लेकर हाल ही में पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के नेतृत्व में डीलरों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया था।
जिन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरियर लगाकर रोक दिया था। समिति के अध्यक्ष घनश्याम कोठियाल ने कहा कि सीएम ने उस दौरान फोन पर हुई वार्ता के दौरान एक सप्ताह का समय दिया था। जिसके बाद समस्त डीलर वहां से वापस आ गए। लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हुई थी। जबतक मांगें पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी बेवजह डीलरों पर हड़ताल वापस लेने का दबाव बना रहे हैं, जो संभव नहीं है। इधर, उत्तराखंड सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि समस्त राशन डीलर हड़ताल पर हैं। कोई भी डीलर गोदाम से राशन का उठान नहीं कर रहा है। निश्चित तौर पर अगले माह उपभोक्ताओं को समय से राशन नहीं मिलेगा। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो सकती है।
अगले माह से अन्न उत्सव का बहिष्कार
आदर्श राशनिंग डीलर्स वेलफेयर सोसायटी उत्तराखंड के जिला अध्यक्ष दिनेश चौहान ने कहा कि पूर्व में चली आ रही अनिश्चितकालीन हड़ताल आगामी 30 सितंबर तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि राशन डीलरों ने कोरोनाकाल में अपनी अहम भूमिका निभाई। बावजूद आजतक विभिन्न योजनाओं का भाड़ा तथा मानदेय डीलरों को नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि डीलरों की मांग पूरी नहीं हुई तो अगले माह से समस्त डीलर अन्न उत्सव का बहिष्कार करेंगे तथा गोदाम से राशन का उठान नहीं करेंगे।