देहरादून। देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग कर रहे तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारी महापंचायत का आंदोलन तेज होता जा रहा है। आज तीर्थपुरोहित जन आक्रोश रैली निकाल काला दिवस मना रहें हैं। जनाक्रोश रैली के दौरान पुलिस ने सुभाष रोड स्थित बैरिकेडिंग पर तीर्थपुरोहितों को रोक लिया। उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। वहीं, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा समर्थन देने के लिए मौके पर पहुंचे हैं।
महापंचायत के प्रदेश प्रवक्ता डा. बृजेश सती ने बयान जारी कर बताया कि कैबिनेट में 27 नवंबर 2019 को श्राइन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसे आज दो साल पूरे होंगे। बोर्ड के प्रस्ताव के विरोध में आज गांधी पार्क से सचिवालय के लिए जन आक्रोश रैली निका रहे हैं। रैली में चारों धामों के तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड के दो वर्ष पूरे होने पर चारों धामों के तीर्थ पुरोहित और इन मंदिरों से जुड़े हक-हकूकधारी काला दिवस के रूप में भी मनाएंगे। उन्होंने बताया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. सुब्रमण्यम स्वामी आज आक्रोश रैली को वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं। कहा सरकार की ओर से पूर्व में मिले आश्वासन के तहत यदि 30 नवंबर को मांग पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्रियों के आवास का भी किया था घेराव
इससे पहले चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर बीते दिनों तीर्थ पुरोहितों ने कैबिनेट मंत्रियों के आवास का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने मांग पर मिल रहे आश्वासन पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि सरकार कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ आश्वासन देकर उन्हें गुमराह कर रही है। इस बीच तीर्थ पुरोहितों की कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल से नोकझोंक भी हुई। बाद में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल व बिशन सिंह चुफाल ने उन्हें किसी तरह समझाया।