उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित राज्य के अधिकतर इलाकों में बुधवार को मौसम साफ बना रहा। वहीं कुछ इलाकों में हल्के बादल छाए रहे। बदरीनाथ हाईवे को छोड़कर बाकी सभी चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू हैं।तोताघाटी में बदरीनाथ हाईवे खुला
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बुधवार शाम सात बजे आवाजाही के लिए खोल दिया गया। मंगलवार को तोता घाटी में भारी चट्टानी मलबा व बोल्डर आने से राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। इस कारण वाहनों को मलेथा टिहरी और देवप्रयाग गजा मोटर मार्ग से होकर गुजरना पड़ रहा था। थाना प्रभारी सुधांशु कौशिक ने बताया कि मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है।
सुरांईथोटा में भूस्खलन से जोशीमठ-मलारी हाईवे बंद
चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे बुधवार को सुरांईथोटा में बारिश के कारण भूस्खलन होने से बंद हो गया। बारिश बंद होने पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जेसीबी हाईवे खोलने में जुटी रहीं, लेकिन लगातार पत्थर गिरने के कारण देर शाम तक भी हाईवे खोला नहीं जा सका। अब बृहस्पतिवार को सुबह सात बजे से हाईवे खोलने का काम शुरू होगा।
इन दिनों मलारी क्षेत्र में रुक-रुककर भारी बारिश हो रही है। बुधवार दोपहर को भी बारिश हुई और इस दौरान सुरांईथोटा के पास अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा जोशीमठ-मलारी हाईवे पर आ गया, जिससे हाईवे पर सेना के साथ ही स्थानीय लोगों के वाहनों की आवाजाही थम गई। सेना के जवान बारिश में ही अपने वाहनों को मौके पर छोड़कर करीब एक किलोमीटर की पैदल दूरी नापकर गंतव्य तक पहुंचे, जबकि मलारी क्षेत्र में अपने गांवों को जा रहे ग्रामीण सुरांईथोटा से आगे नहीं जा पा रहे हैं। बांपा गांव के विनोद पाल ने बताया कि 15 अगस्त को बांपा के दुंपु धार में स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम होना है।जोशीमठ से कार्यक्रम आयोजन की सामग्री को लेकर बांपा जा रहे थे, लेकिन हाईवे बंद होने से उन्हें सुरांईथोटा में ही रुकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीआरओ की ओर से मशीनों के जरिए मलबे को देर शाम तक भी हटाया जा सकता था, लेकिन बीआरओ ने अपनी मशीनें वापस बुला ली हैं, जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण हाईवे खोला नहीं जा सका है। जैसे ही पत्थरों का गिरना बंद हो जाएगा, हाईवे सुचारु कर दिया जाएगा।