बिजली हड़ताल से राज्य के उद्योगों को प्रतिदिन करीब एक हजार करोड़ का उत्पादन लॉस होने की आशंका है। इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने सरकार को यह जानकारी उपलब्ध कराते हुए हड़ताल रोकने की अपील की है। इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की छह अक्तूबर हड़ताल को सरकार या तो रोके या फिर हड़ताल से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की सचिव ऊर्जा सौजन्या से बात हुई है और उन्हें बताया गया है कि एक दिन के बिजली कट से ही राज्य भर के उद्योगों को एक हजार करोड़ का उत्पादन लॉस हो जाएगा। जबकि पचास करोड़ का वास्तवित नुकसान होगा। इसके अलावा आर्डर व अन्य लॉस का तो अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह हड़ताल रोकने के प्रयास करे।
सरकार को सौंपी 200 कर्मचारियों की सूची
राज्य के विभिन्न औद्योगिक संगठनों ने सरकार को 200 निजी इलेक्ट्रीशियनों की सूची सौंपी है। जिन्हें हड़ताल की सूरत में बिजली ड्यूटी पर रखने की अपील की गई है। पंकज गुप्ता ने बताया कि देहरादून के पचास उद्योगों की ओर से एक एक इलेक्ट्रीशियन की सूची दी गई है। इसके अलावा हरिद्वार व अन्य सभी जिलों को मिलाकर 200 लोगों की सूची दी जा चुकी है।
त्यौहारी सीजन में हड़ताल से हिले उद्योग
राज्य के दो लाख के करीब छोटे बड़े उद्योग त्यौहारी सीजन से पहले हड़ताल की आशंका ने हिलाकर रख दिया है। दरअसल उद्योग कोरोना संक्रमण की मार से किसी तरह खुद को उभार रहे हैं। मंदी के साथ ही कच्चे माल की कीमतों में भारी उछाल ने उन्हें परेशान किया हुआ है। ऊपर से पेट्रोल ओर डीजल की आसमान छूती कीमतें भी परेशानी का कारण बन रही है। इन सभी परेशानियों का उद्योग किसी तरह सामना कर ही रहे थे कि अब बिजली हड़ताल ने उन्हें हिलाकर रख दिया है। बिजली की पिछली हड़तालों में उद्योगों को व्यापक नुकसान हुआ है। ऐसे में उद्योग इससे बचने की पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं।
पुलिस बल तैनात किया जाए
इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ ही कई संगठनों की सोमवार को देहरादून के एडीएम से भी इस मुद्दे पर बात हुई है। इस दौरान उद्योग संगठनों ने प्रशासन ने बिजली सब स्टेशनों पर पहले से ही पुलिस बल की तैनाती करने का अनुरोध किया है। यही नहीं बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जाने से पहले पॉवर स्टेशन व बिजली घरों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचा पाएं इसके लिए भी इंतजाम करने को कहा गया है।