त्रिवेंद्र जी की भी प्राथमिकता शराब थी और तीरथ जी की प्राथमिकता शराब है , गजब चाल चरित्र और चेहरे का बेहतरीन उदाहरण।
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कोरोना कर्फ्यू में दी गयी ढील में राज्य सरकार की प्राथमिकता पर तंज कसते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने भी पिछले साल कोविड लाकडाउन में सबसे पहले शराब की दुकानें खोली थी और अब उनके उत्तराधिकारी तीरथ सिंह रावत ने राशन की दुकान पर शराब की दुकान को प्राथमिकता देते हुए तीन दिन शराब की दुकान और दो दिन राशन की दुकान का फैसला करके भाजपा के चाल चरित्र और चेहरे के नारे का असली मतलब जनता को समझा दिया है। धस्माना ने कहा कि आज प्रदेश का छोटा व्यापारी जो करियाने की दुकान चलाता है छोटे मोटे व्यापार से अपना परिवार चलाता है, कपड़े का व्यापारी और भी तरह तरह के व्यापारी जिनकी रोजी रोटी दुकानदारी पर ही निर्भर करती है उनके साथ सरकार जिस प्रकार का व्यहवार कर रही है उसे व्यापारी वर्ग शायद हो कभी भूल पायेगा। उन्होंने कहा कि भाजापा की सरकार वैसे तो देश के किसी भी वर्ग के साथ इस कोरोना की जंग में खड़ी नहीं दिखाई दी किन्तु व्यापारी वर्ग जो भाजापा का कट्टर समर्थक वर्ग समझा जाता है उसको बर्बाद करने में तो भाजापा सरकारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।
सूर्यकांत धस्माना